राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम न केवल विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बन गया है बल्कि यह विभिन्न खेल गतिविधियों के लिए विश्व-स्तरीय सुविधाएं भी प्रदान करता है।
कोविंद ने गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के उन सभी पदाधिकारियों, एजेंसियों और सहयोगियों को बधाई दी, जिनकी नरेन्द्र मोदी स्टेडियम को वर्तमान स्वरूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
इस स्टेडियम की विशेषताओं की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेशन की गोल्ड रेटिंग के साथ यह स्टेडियम इको-फ्रेंडली विकास का एक अच्छा उदाहरण भी है। यह स्टेडियम विश्व पटल पर अपनी मजबूत पहचान बनाने वाले नए भारत की आकांक्षाओं और क्षमताओं को प्रदर्शित करता है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत ने क्रिकेट में जो वर्चस्व प्राप्त किया है, वह इस विश्वास को मजबूत करता है कि अन्य खेलों में ही नहीं, बल्कि विकास के क्षेत्रों में भी हमारा देश विश्व में एक ऊंचा स्थान हासिल करने की क्षमता से परिपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत को ‘पावर हाउस ऑफ क्रिकेट’या ‘हब ऑफ क्रिकेट’ कहा जाता है, इसलिए यह सर्वथा उपयुक्त है कि विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम भी अब हमारे देश में ही है। उन्होंने इस स्टेडियम के निर्माण को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना की, जिसे गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में शुरू किया गया था और उसके बाद गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में अमित शाह द्वारा कुशलतापूर्वक आगे बढ़ाया गया।
कोविंद ने कहा कि हमारे कई युवा क्रिकेट खिलाड़ी, भारत के दूर-दराज के इलाकों में स्थित छोटे गांवों और शहरों से आकर अपनी कड़ी मेहनत के बल पर धीरे-धीरे महत्वपूर्ण खेल प्रतिभाओं के रूप में उभर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे युवा अंतरराष्ट्रीय स्तरों के अन्य खेलों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। इसके लिए जरूरी है कि हम क्रिकेट की तरह अन्य खेलों के खिलाड़ियों को भी विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा प्रदान करें। इस उद्देश्य के साथ, यह महत्वपूर्ण है कि गुजरात की सरकार ने नरेन्द्र मोदी स्टेडियम के परिसर में ही एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स एनक्लेव को बनाने की पहल की है।