Woman’s Day : बुलंद इरादों की मिसाल हैं सुमिता गुप्ता
कुछ कर गुज़रने की चाहत और आगे बढ़ने का जज्बा हर किसी के बस की बात नहीं। बुलंद इरादों की मिसाल सुमिता गुप्ता भी उन्हीं में से एक हैं। जो अपने काम के प्रति इस कदर संजीदा और निष्ठावान है, कि वे हर हाल में अपने कार्य को पूर्ण करने में विश्वास रखती है।
इंटरनेशनल वुमेन्स डे के मौके पर बागवानी के प्रति खास रूचि रखने वाली सुमिता
ने बड़ी तादाद में टेरारियम तैयार किए। दरअसल, टेरारियम विधि का मतलब कांच के पात्रों में पौधे उगाने से
है।
सुमिता इस प्रकार की गार्डनिंग में बेहद माहिर हैं। महिला पंतजलि ग्रुप की तरफ
से मिले उनके इस पहले प्रोजेक्ट के तहत उन्होंने न सिर्फ टेरारियम तैयार किए बल्कि
महिला दिवस के अवसर पर इन बहुमूल्य टैरारियम को बिना किसी चार्ज के संस्था को देने
का निर्णय लिया।
सुमिता मानती है कि साल के बाकी 364 दिन में हमें आमदनी के ढ़ेरों अवसर प्राप्त होते हैं। सुमिता ने इस खास दिवस के
मौके पर बिना किसी मूल्य के इन बहुमूल्य टैरारियमस को संस्था को सौंप दिया।
बड़ी तादाद में बने इन टैरारियम देखने में बेहद खूबसूरत दिखते हैं। साथ ही आप
घर की सजावट में भी इसका बखूबी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सुमिता गुप्ता पिछले बारह सालों से इंद्रप्रस्थ हार्टिकल्चर सोसायटी का हिस्सा
हैं। यहां पर उन्हें अपने गार्डनिंग की कला के लिए कई बार ऑल इंडिया किचन
गार्डनिंग एसोसिएशन की ओर से पुरूस्कार देकर सम्मानित किया जा चुका है।