उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कानपुर के महराजपुर इलाके में करीब पौन चार साल पहले हुए विस्फोट की घटना में वांछित इनामी आरोपी को गिरफ्तार कर आज जेल भेज दिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष चार अक्टूबर 2017 को कानपुर नगर के महराजपुर इलाके के सरसौल गांव में एक मकान में अवैध रूप से रखी गई विस्फोटक सामग्री में विस्फोट हो गया जिसमें कई लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी महराजपुर की ओर से मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले में नामजद कल्लू फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी पर 2020 में 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। इसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को लगाया गया था।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ को कल रात सूचना मिली कि विस्फोट मामले में वांछित कल्लू रामादेवी चौराहे पर मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ के निरीक्षक अंजनी कुमार तिवारी के नेतृत्व एक टीम रामादेवी चौराहे पर रवाना किया गया। एसटीएफ ने मंगलवार रात करीब साढ़े 11 बजे चकेरी इलाके में रामादेवी चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया।
प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार कल्लू ने पूछताछ पर बताया कि उसका परिवारिक व्यवसाय पटाका व आतिशबाजी बनाने का था। वर्ष 2017 में उसने बाबू सिंह का मकान किराये पर ले रखा था, जिसमें भारी मात्रा में अवैध रूप से बिना लाइसेन्स के विस्फोटक सामग्री का भण्डारण किया गया था, जिसमें विस्फोट हो गया था। विस्फोट के कारण बाबू सिंह का मकान ध्वस्त हो गया तथा अगल-बगल के कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गयी थी जबकि अन्य कई लोग गम्भीर रूप से घायल हुए थे। घटना के बाद सभी लोग फरार हो गये थे जो बाद में गिरफ्तार हो गये तथा यह भागकर तमिलनाडु चला गया था, अभी वहाॅ से वापस आया था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को आज अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।