रूस का ‘स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी वेक्टर’ कोरोना वायरस (कोविड-19) वैक्सीन के दूसरे चरण का परीक्षण कर रहा है और इसमें भाग ले रहे वालंटियर अच्छा महसूस कर रहे हैं और उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं है।
रूस के वाचडॉग रोसपोट्रेबनेड्जर ने सोमवार को यह जानकारी दी।
रोसपोट्रेबनेड्जर प्रमुख अन्ना पोपोवा ने संवाददाताओं से कहा, “हां, हम दूसरे चरण में पहुंच गये हैं। आज, क्लीनिकल परीक्षण किये जा रहे हैं। विशेष प्रक्रिया के माध्यम से चुने गये सभी स्वयंसेवक अच्छा महसूस कर रहे हैं। जिन लोगों ने वैक्सीन की खुराक ली है उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं हुई। यहां तक कि शरीर में जिस जगह पर इंजेक्शन लगाई गई वहां पर किसी तरह के निशान भी नहीं हुये। सभी स्वयंसेवकों के शरीर का तापमान भी बिल्कुल सामान्य है।”
सुश्री पोपोवा ने कहा कि रूस को महामारी के संकट से प्रभावी रूप से निपटने के लिए कोविड-19 के कई वैक्सीन विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रूस के वैज्ञानिक वर्तमान में ऐसा ही कर रहे हैं।
सुश्री पोपोवा ने कहा, “यह बिल्कुल निश्चित है कि रूस समेत प्रत्येक देश के पास विभिन्न वैक्सीन होनी चाहिए। वर्तमान समय में हम ऐसा ही कर रहे हैं।”