राजस्थान के संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला ने आज विधानसभा में आश्वस्त किया कि शिक्षकों के अभाव वाले संस्कृत प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) लेवल प्रथम में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया पूर्ण होने पर सभी रिक्त पदों को भरने के प्रयास किये जायेंगे।
डॉ.कल्ला ने प्रश्नकाल में विधायकों के पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 423 राजकीय संस्कृत प्राथमिक विद्यालय संचालित है, उनमें 268 विद्यालय में दो या दो से अधिक शिक्षकों के पद स्वीकृत है । उन्होंने यह भी बताया 146 विद्यालयों में एक ही पद स्वीकृत है क्योंकि इन विद्यालयों में छात्रों की संख्या 60 छात्रों से भी कम है। उन्होंने बताया कि हाल में रीट लेवल प्रथम की परीक्षा सम्पन्न हो गई है और हमने 253 शिक्षकाें की भर्ती की मांग की है। उन्होंने आश्वस्त किया कि 253 शिक्षक मिलने पर 146 विद्यालयों में भी और शिक्षक लगा दिये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि निर्धारित मानदण्ड के अनुसार 60 विद्यार्थी होने पर दो अध्यापकों के पद स्वीकृत किये जाते है। इसी तरह सामान्य शिक्षा में 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक तथा विद्यार्थियों की संख्या 30 और 60 के मध्य होने पर अध्यापकों के दो पद स्वीकृत किये जाते है।
इससे पहले डा. कल्ला ने विधायक बलवान पूनिया के मूल प्रश्न के लिखित जवाब मे बताया कि वर्तमान में छात्र संख्या एवं मानदण्डों के अनुसार पदों के समानीकरण की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार पद उपलब्ध होने पर विद्यालयवार पद आवंटन एवं पदस्थापन की नियमानुसार कार्यवाही किया जाना सम्भव है।