धर्म के नाम पर लोगो की भावनाओं को भड़काने वाले
लोगो के खिलाफ पुलिस काफी सख्ती से पेश आ रही है. पिछले कई सालों से लांबित अयोद्धया
में राम मन्दिर को लेकर जो फैसला आया उसके बाद कुछ अराजक तत्वों सोशल प्लेटफार्म
के माध्यम से देश के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की. पुलिस ने इस दौरान काफी सर्तकता
दिखाते हुए ऐसे 77 लोगो को गिरफ्तार कर लिया माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे.
आपको ये भी बता दे कि पिछले दो दिनों में अकेले लखनऊ में
ही इस तरह
के 44 मामले दर्ज किये गये.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के इस बेहद अहम फैसले
को लेकर यूपी का पुलिस प्रशासन काफी सतर्क नजर आ रहा था. इस फैसले के बाद किसी भी तरह
की अनहोनी रोकने के लिए पुलिस ने अपनी सभी तैयारिया पहले ही से कर रखी थी. पुलिस की
एक पूरी टीम पिछले तीन दिनों से सोशल प्लेटफार्म पर भी अपनी नजरे बनाई हुई थी. पुलिस
की इस खास तैयारी की वजह से ही यूपी में किसी भी तरह की किसी बड़ी वारदात की घटना सामने
नही आ गई.
आपको बताते चले कि
सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि विवादित जमीन रामलला की है. कोर्ट ने
इस मामले में निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि तीन पक्ष
में जमीन बांटने का हाई कोर्ट फैसला तार्किक नहीं था. कोर्ट ने कहा कि सुन्नी वक्फ
बोर्ड को पांच एकड़ की वैकल्पिक जमीन दी जाए.
कोर्ट ने कहा कि
केंद्र सरकार तीन महीने में ट्र्स्ट बना कर फैसला करे. ट्रस्ट के मैनेजमेंट के
नियम बनाए,
मन्दिर निर्माण
के नियम बनाए. विवादित जमीन के अंदर और बाहर का हिस्सा ट्रस्ट को दिया जाए.''