फ़्रांस के नीस शहर में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए तीन लोगों को ऑल सेंटस डे पर गिरजाघर में रविवार को आयोजित एक सभा में श्रद्धांजलि दी गई।
नीस शहर के बिशप आंद्रे मारसौ की अध्यक्षता में कल गिरजाघर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जो करीब दो घंटे तक चली। इस सभा में मारे गए लोगों के परिजन समेत सभी पैरिशवासी और शहर के मेयर क्रिस्चियन एस्ट्रोसि भी शामिल हुए। ट्यूनीशिया के 21 वर्ष युवक ने 29 अक्टूबर को नीस के नोट्रे-डेम बेसिलिका गिरजाघर में चाकू मारकर तीन लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले को फ्रांस सरकार ने आतंकवादी हमला बताया है।
इस घटना में हमलावर पुलिस के साथ संघर्ष में घायल हो गया था और फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। हमलावर की पहचान ब्राहिम मौसौइ के रूप में हुई हैं। नीस शहर के मेयर ने बताया कि हमलावर हमले के दौरान लगता अल्ला-हु-अकबर के नारे लगा रहा था। फ्रांसीसी अधिकारीयों के अनुसार हमलावार अक्टूबर की शुरुआत में इटली के रास्ते फ्रांस आया था।
इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है और अभी तक छह लोगों से शक के आधार पर पूछताछ की जा चुकी है। इस बीच फ्रांस के ल्योन में पिछले सप्ताह एक और आतंकवादी हमला हुआ जिसमें अज्ञात हमलावर ने पादरी पर गोली चला दी थी। पादरी की हालत गंभीर बनी हुई है।
गौरतलब है कि फ्रांस में पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून दिखाने वाले इतिहास के शिक्षक की निर्मम हत्या के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इस्लाम को लेकर एक बयान दिया था, जिसके बाद दुनियाभर के कई देशों के मुसलमान उनका विरोध कर रहे हैं और देश में भी कई आतंकवादी घटनाएं घटी हैं। इस तरह के हमलों को रोकने के लिए सरकार ने देशभर में कई हजार पुलिस और जवानों की तैनाती भी की हैं।