यूपी बोर्ड कक्षा 10 वीं-12वीं का परिणाम घोषित।
सफल विद्यार्थिओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी शुभकामनाए।
यूपी बोर्ड
द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। दोपहर 12.30
बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य के शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा ने परिणाम जारी किया।
इस मौके पर बोर्ड के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। बता दें, इस
वर्ष 10वीं और 12वीं में कुल मिलाकर लगभग 56
लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया है। परीक्षा 18 फरवरी से 6
मार्च 2020 के बीच आयोजित की गई थी, लेकिन
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण रिजल्ट में देरी हुई। यूपी बोर्ड हाई स्कूल व
इंटरमीडिएट के रिजल्ट 2020 का लंबे समय से इंतजार कर रहे छात्रों की प्रतीक्षा
अब खत्म हो गई। उत्तर प्रदेश माध्यमिक
शिक्षा परिषद (UPMSP) आज यानि 27 जून 2020 को औपचारिक रूप से यूपी बोर्ड कक्षा 10
वीं - 12वीं का रिजल्ट ऑनलाइन घोषित कर दिया
है। यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। 10वीं
की परीक्षा में कुल 83.31 फीसदी पास हुए हैं। वहीं 12
में 74.63 प्रतिशत छात्र सफल घोषित हुए हैं। वहीं अगर
टॉपर्स की बात करें तो 10वीं में रिया जैन और 12वीं
में अनुराग मलिक ने टॉप किया है। दसवीं में रिया
जैन ने 96.67 % और 12वीं में अनुराग मलिक ने 97 % अंक
हासिल किए हैं। वहीं दोनों कक्षाओं में छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया है। यह
पहली बार नहीं है, इसके पहले साल 2019 में लड़कियों ने लड़कों की अपेक्षा
ज्यादा अच्छा स्कोर किया है। वहीं बता दें कि रिजल्ट जारी होने के साथ-साथ टापर्स
की लिस्ट भी सामने आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार,
इस साल कक्षा 10 की
परीक्षाओं में कुल 33 छात्रों ने टॉप10 रैंक के तहत अंक हासिल किए। इन सभी
विद्यार्थी को यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने घोषणा की कि टॉपर्स को एक
लाख और लैपटॉप देंगे।
10वीं में 83.31% रिजल्ट रहा, लड़कों का रिजल्ट 79.88% और
लड़कियों का रिजल्ट 87.29% रहा। 10वीं की परीक्षा में बालिकाओं का उत्तीर्ण
प्रतिशत बालकों से अधिक है।
यू.
पी. बोर्ड 10 वी परिणाम 2020 : इस वर्ष 10वीं
के टॉप 10 टॉपर्।
गाजियाबाद :
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में जिले की लड़कियों ने बाजी मारी है। कुल 91.62
फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। 96.95 फीसद छात्राओं ने परीक्षा पास की है। 86.75
छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। गोविंदपुरम स्थित महर्षि दयानंद विद्यालय की छात्रा
मंतिशा ने 93.17 फीसद अंक प्राप्त कर जिला टॉप किया है। इसी
विद्यालय की आंचल 91 फीसद अंक लेकर दूसरे और 90 फीसद
अंक के साथ स्नेहा गर्ग तीसरे पायदान पर हैं। वहीँ 2020 में हाईस्कूल में आगरा के फतेहाबाद
क्षेत्र की अनिष्का बघेल ने यूपी में पांचवा स्थान हासिल किय।
12वीं के टॉपर
यूपी बोर्ड
इंटरमीडिएट परीक्षा में 2518324 संस्थागत और 68015 व्यक्तिग यानी कुल परीक्षार्थी 2586336
पंजीकृत हुए थे। जिनमें से 2422978 संस्थागत और 61501 व्यक्तिग यानी
कुल 2484479 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें कुल
उत्तीर्ण परीक्षार्थी 1854099 हैं। यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा
में 3002290 संस्थागत और 22190 व्यक्तिग यानी कुल परीक्षार्थी 3024480 पंजीकृत
हुए थे। जिनमें से 2753185 संस्थागत और 19471 व्यक्तिग यानी
कुल 2772656 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। जिसमें कुल
उत्तीर्ण परीक्षार्थी 2309802 हैं।
रैंक 1- अनुराग
मलिक - 97 फीसदी मार्क्स - श्री राम एस एम इंटर कॉलेज, बड़ौत-बागपत
रैंक 2- प्रांजल
सिंह - 96 फीसदी मार्क्स - एसपी इंटर कॉलेज सिकारो
कोरांव, प्रयागराज
रैंक 3- उत्कर्ष शुक्ला, 94.80 फीसदी मार्क्स - श्री गोपाल इंटर
कॉलेज, औरैया
रैंक 4- वैभव
द्विवेदी, - 94.40 फीसदी,
ब्रिलियंट एकेंडमी इंटर कॉलेज, उन्नाव
रैंक 5- अकांक्षा, 94
फीसदी मार्क्स, श्री विश्वनाथ इंटर कॉलेज, सुल्तानपुर
रैंक 6 - गरिमा
कौशिक, 93.80 फीसदी मार्क्स, श्री राम इंटर कॉलेज, बड़ौत
रैंक 7 - पूजा
मौर्या - 93.60, धर्मा देवी बद्री प्रसाद एस आई सी कुरवार, सुल्तानपुर
रैंक 8- अंकुश
राठौर, 93.00 फीसदी मार्क्स, पंडित दीन दयाल उपाध्याय एसवीएम इंटर
कॉलेज
रैंक 8 - मनु
मिश्रा - 93.00 फीसदी मार्क्स, जय मां एसजीएम आईसी राधा नगर, फतेहाबाद
रैंक 9 - केशव, 92.80
फीसदी मार्क्स- लखनऊ पब्लिक कॉलेज, राजाजीपुरम,
लखनऊ
रैंक 10 - रिद्धिमा
- 92.60 फीसदी मार्क्स - त्रिवेणी काशी इंटर कॉलेज
बिहार उन्नाव
प्रेस
कॉन्फ्रेंस में दिनेश शर्मा ने कहा कि पहली बार डिजिटल प्रमाणपत्र व अंकपत्र दिए
जाएंगे।
इस साल कक्षा 10वीं-12वीं
छात्रों को डिजिटल साइन वाली मार्कशीट दी जाएगी। इससे पहले कभी बोर्ड ने डिजिटल
साइन वाली मार्कशीट का प्रयोग नहीं किया था। 15 व 30 जुलाई के आसपास अंकपत्र की सॉफ्टकॉपी मिलने
लगेंगी। इस बार हमने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया। कॉलसेंटर था। हेल्पलाइन, टि्वटर, भी
सक्रिय रहे। चार रंगों की कॉपियां भेजीं। उनमें कोडिंग थी। परीक्षा ड्यूटी को मोबाइल
ऐप से लगाया गया। इस वर्ष की परीक्षा में इंटरमीडिएट में भी कम्पर्टमेंट परीक्षा
का प्रावधान किया जा रहा है। यानी इंटर वालों को भी कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठने
का मौका मिलेगा। पहले डेढ़ महीने में परीक्षा होती थीं। अब 15
दिन में खत्म होती है। पहले आधा आधा ट्रक नकल सामग्री पकड़ी जाती थी। सामूहिक नकल
होती थी। उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'हमने एनसीईआरटी का कोर्स लागू किया। यूपी में
ढाई साल में शैक्षिक क्रांति आई इससे। उनकी किताबें उपलब्ध कराईं। वेबसाइट पर
किताबों के मूल्यों का अंकन किया। सरकारी स्कूलों में सही दामों में किताबों का
इंतजाम किया। 15- 20 साल पहले से सस्ते दामों में किताबें मिल रही
हैं और पाठ्यक्रम बेहतर हुआ।'डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 52
लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। परीक्षाफल समय से जारी करना सपना था। कठिन
परिस्थितियों में परीक्षा करवाईं। 21 दिनों में कॉपियां जांचना और जल्दी परीक्षाफल
घोषित करना महालक्ष्य था। रिजल्ट पिछले
वर्ष से बेहतर है। दस महीने पहले ही स्कीम दी थी। परीक्षा 12 से
15
दिन में करवाईं। साथ में हमने प्रश्नपत्रों के मॉडल अपलोड किए थे। टोल फ्री
हेल्पलाइन लगवाई। नकलविहीन परीक्षा के लिए 95 हजार परीक्षाकक्ष थे। एक लाख से ज्यादा
सीसीटीवी कैमरे राउटर के साथ लगे। हर परीक्षा कैन्द्र व जिले व राज्य स्तर पर
मॉनिटरिंग सेंटर बने।
इस बार 10वीं-12वीं
की परीक्षा एक साथ 18 फरवरी को शुरू हुई थीं। 10वीं
की परीक्षा 3 मार्च जबकि इंटर की परीक्षा 6
मार्च को समाप्त हुई थी। इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मूल्यांकन कार्य
बाधित हुआ। इसलिए परीक्षा परिणाम एक माह देरी से जारी हुआ।