देश की दूसरी सबसे बड़ी
आईटी कम्पनी इनफ़ोसिस के शेयरों में 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है. जिसके कारण कम्पनी
के 53,451 करोड़ रुपये के शेयर अचानक ख़त्म हो गए है.
कम्पनी में यह गिरावट व्हिसलब्लोअर के एक समूह द्वारा कम्पनी के सीईओ और कम्पनी के
मैनेजमेंट पर लगाए गए आरोपों के बाद आई है. व्हिसलब्लोअर समूह ने यह आरोप लगाया
हैं कि दो शीर्ष अधिकारीयों के द्वारा अल्पकालिक राजस्व और बहीखातों में मुनाफ़ा
दिखाने के लिए उनमे हेरा फेरी की गयी है. इसके
अलावा अनैतिक कारोबारी गतिविधियों में शामिल होने की भी शिकायत व्हिसिलब्लोअर समूह
ने की है.
व्हिसिलब्लोअर समूह इनफ़ोसिस के कुछ अज्ञात कर्मचारी
है जो कभी ना कभी कम्पनी से जुड़े हुए थे. जैसे ही यह खबर बाज़ार में फैली वैसे ही
कम्पनी के शेयर में कमी आने लगी जिसके बाद 6 सालों में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट
दर्ज की गयी है.
इनफ़ोसिस ने इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अपना ज़वाब भी दिया है जिसमे कम्पनी ने
कहा है कि इन आरोपों के सच का पता लगाने के मामले से जुडी रिपोर्ट को ऑडिट कमिटी
को भेज दिया है.