रूस ने अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) देशों से शनिवार को कहा कि वे यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करना और भाड़े के सैनिकों को भेजना बंद करें।
रूसी संसद के निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोदिन अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा, ‘‘रूस और नोटो देशों को यूक्रेन को हथियार देना और भाड़े के सैनिकों भेजना बंद करना चाहिए।” रूसी संसद के अनुसार, “भाड़े के सैनिकों को यूक्रेनी राष्ट्रवादी बटालियनों के रैंक में उनके नेतृत्व की सहमति से उत्तरी अटलांटिक गठबंधन के देशों के क्षेत्र में भर्ती किया जाता है। आज यूक्रेन में जिस तरह का खून खराबा हो रहा है और शरणार्थियों की संख्या बढ़ रही है, उसके लिए अमेरिका और बेल्जियम सीधे तौर पर जिम्मेदार है।”
उल्लेखनीय है कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था। युद्ध 24वें दिन भी जारी है। अबतक सैकड़ों लोग मारे गये हैं, लाखों लोग बेघर हुए हैं और कई लोगों ने दूसरे देशों में शरण ली है। इस युद्ध में यूक्रेन को जान माल का भारी नुकसान हो रहा है।
दोनों देशों के बीच वार्ता के कई दौर बेनतीजा रहे। पश्चिमी देश हालांकि यूक्रेन के पक्षधर हैं।