पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर रविवार को केंद्र सरकार पर राज्य की उपेक्षा के लिए करारा प्रहार करते हुए लोगों से फोन पर हैलो की बजाय ‘जय बांग्ला’ बोलने की अपील की।
बनर्जी ने कहा,“मैंने एक बात पर ध्यान दिया है, बंगाल के प्रति वंचना की भावना और सौतेला व्यवहार। और अगर बंगाल में कोई बड़ा हो जाता है, तो उसे नीचे खींचने की प्रवृत्ति। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, रामकृष्ण, रवींद्रनाथ टैगोर को भी नहीं बख्शा गया। क्यों ऐसा हर बार होता है ?”
बनर्जी ने केंद्र सरकार पर बंगाल के खिलाफ आक्रामकता का आरोप लगाया और कहा,“ बंगाल का मतलब हमेशा सबसे खराब होता है, यह धारणा बहुत खराब है। कुछ बंगाल कह रहे हैं, कुछ बोंगाल, क्या चल रहा है ? मुझे पता है कि बंगाल के लोग इस आक्रामकता के खिलाफ खड़े होंगे। ”
तृणमूल नेता ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा,“फोन उठाने के बाद हैलो मत कहो, बल्कि ‘जय बांग्ला’ कहना शुरू करो” बनर्जी ने कहा,“मुझे मेरी बंगाली भाषा ने एक नायक की तरह लड़ने, एक बाघ की तरह लड़ने के लिए सिखाया है। और एक बाघ ने बिल्ली को देखकर कभी भी डर नहीं महसूस किया।”