मिस्र की स्वेज नहर में करीब एक सप्ताह से फंसे हुए मालवाहक जहाज को हटा दिया गया है जिसके साथ ही इस नहर में जहाजों की आवाजाही दोबारा शुरू हो गयी है।
मिस्र के राष्ट्रपति के सलाहकार ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इस जहाज का नाम एमवी एवर गिवेन था, जो करीब 400 मीटर लंबा और 59 मीटर चौड़ा था। यह मालवाहक जहाज चीन से नीदरलैंड की ओर जा रहा था। पिछले एक सप्ताह से स्वेज नहर में इस जहाज के अटकने से कम से कम 367 जहाज फंस गए थे। अब रास्ता खुलने से यह जहाज यहां से निकल सकेंगे।
एमवी एवर गिवेन जहाज दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक जहाज है। यह चीन से नीदरलैंड के पोर्ट रोटेरडम जा रहा था। तभी रास्ते में स्वेज नहर में जहाज घूम गया और अटक गया। इससे नहर का रास्ता ब्लॉक हो गया। मिस्र के अधिकारियों ने बताया था कि तेज हवा की वजह से जहाज घूम गया और फंस गया था।
कारोबार की दृष्टि से स्वेज नहर बहुत महत्व रखती है। इस नहर को कारोबार के लिए 1869 में खोला गया था। यह नहर एशिया को यूरोप से और यूरोप को एशिया से जोड़ती है। दुनियाभर में तेल का जितना कारोबार होता है, उसका सात प्रतिशत इसी नहर के माध्यम से किया जाता है। वहीं वैश्विक कारोबार का 10 प्रतिशत कारोबार भी स्वेज नहर से ही होता है।