पिछले मैच के हीरो केन विलियम्सन ने एक बार फिर मोर्चा संभाला और हैदराबाद की पारी को संवारने का काम शुरू किया। विलियम्सन ने जैसन होल्डर के साथ चौथे विकेट के लिए 46 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने होल्डर को प्रवीण दुबे के हाथों कैच करा दिया। होल्डर ने 15 गेंदों में 11 रन बनाये और उनका विकेट 90 के स्कोर पर गिरा।
विलियम्सन को इसके बाद अब्दुल समद का अच्छा साथ मिला। विलियम्सन ने कुछ शानदार छक्के लगाए और हैदराबाद को मुकाबले में बनाये रखा। समद ने 15वें ओवर में नोर्त्जे की गेंदों पर एक छक्का और दो चौके मार दिए। मुकाबला लगातार रोमांचक होता जा रहा था।
दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर इस जोड़ी को तोड़ने के लिए अपना हर अस्त्र आजमा रहे थे। नोर्त्जे से काम नहीं बना तो उन्होंने 16वें ओवर में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को लगाया। विलियम्सन ने इस ओवर में एक चौका लगाया। 17वें ओवर में स्टॉयनिस आये तो विलियम्सन ने उन पर भी चौका लगा दिया। लेकिन अगली गेंद पर पर स्टॉयनिस ने विलियम्सन को स्वीपर कवर पर रबादा के हाथों कैच करा दिया।
हैदराबाद का पांचवां विकेट 147 के स्कोर पर गिरा। विलियम्सन ने 45 गेंदों पर 67 रन में पांच चौके और चार छक्के लगाए। दिल्ली के लिए यह बड़ा विकेट था लेकिन मैच में अभी ट्विस्ट बाकी था। राशिद खान ने 18वें ओवर में अश्विन की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगा दिया। हैदराबाद को अब आखिरी दो ओवर में 30 रन चाहिए थे।
19वां ओवर रबादा डाल रहे थे। समद ने दूसरी गेंद पर लम्बा छक्का उड़ा दिया। लेकिन तीसरी गेंद पर रबादा ने समद का शिकार कर लिया। समद ने 16 गेंदों पर 33 रन में दो चौके और दो छक्के लगाए। रबादा ने अगली गेंद पर राशिद को भी पवेलियन भेज दिया। राशिद ने सात गेंदों पर 11 रन बनाये। अगली गेंद वाइड रही तो उसकी अगली गेंद पर श्रीवत्स गोस्वामी भी आउट हो गए। रबादा ने तीन विकेट निकालकर मैच का रुख दिल्ली के पक्ष में मोड़ दिया। हैदराबाद को आखिरी ओवर में 22 रन चाहिए थे।
जीत अंत में दिल्ली के हिस्से में आयी और आखिरी गेंद फेंके जाने के साथ ही दिल्ली का पूरा खेमा ख़ुशी से उछल पड़ा। दिल्ली ने लम्बे इंतजार के बाद पहली बार फाइनल में जगह बना ली। रबादा ने 29 रन पर चार विकेट और स्टॉयनिस ने 26 रन पर तीन विकेट लिए।