भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर आज आरोप लगाया कि उसने कानपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान शहर में दंगा भड़काने और भाजपा को बदनाम करने की साजिश रची थी।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने कल मेट्रो का उद्घाटन करने के बाद रैली को संबोधित किया था। जब मोदी रैली को संबोधित कर रहे थे, उससे ठीक पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। उस वीडियो में भाजपा की एक कार थी, उसपर कुछ कमल के स्टिकर्स लगे हुए थे और प्रधानमंत्री जी का भी एक पोस्टर गाड़ी के पीछे लगा हुआ था।
प्रवक्ता ने कहा कि नौबस्ता हमीरपुर रोड पर एक चौराहे पर हुई एक घटना में लाल टोपी पहने हुए सपा के कार्यकर्ताओं ने गाड़ी को रोककर उसे तोड़ दिया और उसमें आगजनी की कोशिश भी की। इस गाड़ी में जो लोग तोड़फोड़ कर रहे थे, उस समय सपा छात्र सभा के सचिव जिनका नाम अखबारों ने सचिन केसरवानी लिखा है वो भी वहां मौजूद थे। उन्होंने बाद में पुलिस और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जांच हुई तो पता चला कि ये गाड़ी भी भाजपा के कार्यकर्ता की नहीं बल्कि सपा छात्र सभा के दूसरे नेता अंकुर पटेल की गाड़ी थी। इस गाड़ी को भाजपा की गाड़ी के रूप में सजाया गया था। इस घटना को लेकर आज अखबारों में कुछ गंभीर टिप्पणियां समाजवादी पार्टी पर हुई है। समाजवादी पार्टी किस प्रकार से उस रैली को खत्म करने की साजिश, रैली में दंगा भड़काने और शहर में दंगा भड़काने की कोशिश कर रही थी। आज अखबारों ने गंभीरता के साथ इस विषय को छापा है।
डॉ. पात्रा ने कहा कि मोदी कहते हैं कि लाल टोपी का मतलब है खतरे का निशान। कल की घटना से साबित हो गया है कि समाजवादी पार्टी माफिया की तर्ज पर भाजपा को बदनाम करने की झूठी कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि नौबस्ता हमीरपुर रोड पर वह इलाका मुस्लिम बहुल इलाका था। यह भी साफ हो गया है कि सपा सांप्रदायिक उन्माद भड़का कर दंगा कराना चाहती थी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी विकास नहीं चाहती है और किसी भी प्रकार से माफिया राज और गुंडाराज की वापसी चाहती है।