कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि लक्षद्वीप प्रशासक जन विरोधी फैसले ले रहे हैं जिनका जबरदस्त विरोध हो रहा है इसलिए उन्हें ( मोदी) को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि लक्षदीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल लगातार ऐसे कदम उठा रहे हैं जिनसे लक्षद्वीप की सुंदरता और संस्कृतियों के अनूठे संगम को नुकसान पहुंच रहा है। लोग इस विरासत को बचने के लिए आंदोलन कर रहे हैं और उनका कहना है कि प्रशासक निर्वाचित प्रतिनिधियों और जनता से परामर्श किए बिना एकतरफा निर्णय लेकर व्यापक बदलाव कर रहे है।
उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप के लोग इन प्रस्तावों को मनमानी बताकर इनका विरोध कर रहे हैं। मसौदे के प्रस्ताव भूमि के स्वामित्व से संबंधित अधिकारों को कमजोर करते हैं, कुछ गतिविधियों के लिए पर्यावरणीय नियमों को कमजोर करने के साथ ही प्रभावितों के लिए कानूनी सहायता के विकल्प को सीमित कर जन अधिकारों पर हमला हो रहा है।
गांधी ने कहा कि पंचायत विनियमन के मसौदे में दो से अधिक बच्चों वाले सदस्यों को अयोग्य घोषित करने का प्रावधान है जो स्पष्ट तौर पर अलोकतांत्रिक कदम है। इसके अलावा बदलावके कई ऐसे प्रस्ताव हैं जो स्थानीय समुदाय के सांस्कृतिक और धार्मिक ताने-बाने पर हमला है इसलिए श्री मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।