सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां-कर्मचारी कर रहे हैं हरसंभव मदद
सार्वजनिक क्षेत्र की विभिन्न कंपनियां अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत इस आपदाकाल में हरसंभव मदद करने का काम किया है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और उनके कर्मचारियों ने पूरे मनोयोग से करोना प्रभावित लोगों के लिए अस्पताल, भोजन, ऑक्सीजन और आवश्यक मेडिकल साजो-सामान देने में नित-नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने महामारी से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए खुले मन से अपनी सारी सुविधाएं देने का काम किया।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों राइट्स, सेल, रेल, भेल, एनटीपीसी, गेल, इपीएफ इंडिया, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, कोचीन शिपयार्ड, एचसीएल, एचएएल सहित अन्य तमाम उपक्रमों ने सहायता के नित नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रतिदिन लगभग 1100 मीट्रिक टन ऑक्सीजन अपने प्लांट भिलाई, राउरकेला बोकारो, दुगार्पुर और बर्नपुर से उत्पादित कर विभिन्न राज्यों को रेल और ट्रकों के माध्यम से भेजी गई। इसके अतिरिक्त ढाई हजार ऑक्सीजन युक्त बेड अपने अस्पतालों में स्थापित किए।
भारतीय रेलवे ने अब तक दर्जनों ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाकर लगभग हजारों मीट्रिक टन तरलीकृत मेडिकल ऑक्सीजन को विभिन्न राज्यों में जरूरतमंदों को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली संयंत्र निर्माण इकाई भेल ने भोपाल और हरिद्वार के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ने हजारों मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की है।
गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) प्रेशर आधारित ऑक्सीजन (पीएसए) उत्पादन को 10 कारखाने तैयार करने मे जुटा है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने अपने खाली सभी टैंकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में ऑक्सीजन गैस की आवाजाही के लिए लगा दिया। तेल कंपनियों ने देश में करीब सौ स्थानोंं पर मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादित करने को अपने इंजीनियरों, कर्मचारियों, तकनीशियन की टीम लगा रखी हैं।
कोल इंडिया ने भी अति आवश्यक मेडिकल मशीनों, दवाइयों के साथ ही सैंकड़ों सिलेंडर विभिन्न स्थानों पर रोगियों तक पहुंचाए हैं। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, एमडीएल, पीएफसी, एसबीआई, एसजेवीएन सहित एनएलसी भी पूरी ताकत से महामारी से प्रभावित लोगों की मदद के लिए ऑक्सीजन से लेकर दवाई तक का इंतजाम करने में जुटे रहे हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के कर्मचारियों ने भी पूरी निष्ठा के साथ न केवल अपने कार्मिक दायित्वों का निष्पादन ही किया, बल्कि पीड़ितों की मदद को वेतन से भी योगदान दिया।
पीएम केयर और पीएसयू कोष से देशभर में 1500 ऑक्सीजन संयंत्र
कोरोना महामारी के मद्देनजर देशभर में मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए इस दिशा में युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। केंद्रीय वित्त एवं कॉपोर्रेट मामलों के राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया को बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री केयर और सार्वजनिक उपक्रम कोष से देशभर में 1500 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।
बीईएल ने सीएसआर से पीएम-केयर्स फंड में दिए 5.45 करोड़
नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) भी कोविड-19 के खिलाफ जंग में सहयोग देने के हर संभव प्रयास कर रहा है। बीईएल ने कोविड-19 की दूसरी लहर से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने को अपना सामाजिक दायित्व निभाने में बढ़-चढ़कर सहयोग किया है। बीईएल अपने सीएसआर फंड से पीएम-केयर्स कोष में 5.45 करोड़ का योगदान दिया। बीईएल छह राज्यों के 12 सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने और देश भर में उत्पन्न संकट को कम करने में मदद करने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने के लिए अपने सीएसआर फंड से 4 करोड़ रुपए खर्च किए। बता दें कि बीईएल ने पिछले साल महामारी से निपटने और राहत प्रयासों के लिए अपने सीएसआर फंड से पीएम केयर्स फंड के लिए 10 करोड़ रुपये जारी किए थे।