राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सोमवार को भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 373 रहा। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान (सफर) ने इसकी जानकारी दी।
सफर ने सोमवार को कहा कि सोमवार को एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी में बना रहा। 29 और 30 नवंबर को हवा की गति मध्यम स्तर की होगी, जिससे प्रदूषक कणों का बिखराव कम होगा और वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार आएगा लेकिन एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में ही रहेगा।
एजेंसी ने बताया कि 1 दिसंबर से तेज हवाओं के चलने और तापमान में गिरावट आने से वेंटिलेशन कम होगा, नतीजतन वायु की गुणवत्ता में कुछ गिरावट आएगी। कम मिश्रण परत की ऊंचाई प्रदूषकों के कुशल फैलाव को रोकेगी। सोमवार को दिल्ली के पीएम 2.5 में पराली जलाने से संबंधित प्रदूषण का योगदान तीन फीसदी रहा। एजेंसी के अनुसार, सोमवार को पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर की सांद्रता 10:00 बजे 'बहुत खराब' श्रेणी 215 और 'खराब' श्रेणी 348 में दर्ज किया गया था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, आईटीओ, लोधी रोड और मंदिर मार्ग सहित राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता क्रमशः 420, 367 और 401 के एक्यूआई के साथ 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई जबकि आनंद विहार और जहांगीरपुरी में एक्यूआई क्रमशः 449 और 459 पर दर्ज किया गया, जो 'गंभीर श्रेणी' के अन्तर्गत आता है।
दिल्ली के आस-पास इलाकों में वायु गुणवत्ता कई श्रेणी में दर्ज की गई। फरीदाबाद में एक्यूआई 303, गाजियाबाद में 376, गुरुग्राम में 410 और नोएडा सेक्टर-1 में 372 पर दर्ज किया गया। इसी दौरान राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार से सभी स्कूल दोबारा से खोले गए। मौसम विभाग के अनुसार, 30 नवंबर की रात से एक ताजा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम और इससे सटे मध्य भारत को प्रभावित कर सकता है। मौसम विभाग ने ट्वीट कर कहा, ''एक ताजा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 30 नवंबर की रात से उत्तर-पश्चिम और आस-पास के मध्य भारत को प्रभावित कर सकता है।''
इसके परिणामस्वरूप 30 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, इससे सटे दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण राजस्थान में भारी से छिटपुट बारिश होने की संभावना है। इस दौरान दिल्ली में आसमान साफ रहेगा और न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 10 और 26 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना रहेगा।