प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केरल की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार पर ‘सोने के कुछ टुकड़ों के लिए ’ राज्य के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया।
मोदी ने यहां अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “ एलडीएफ के बारे में कहा जा सकता है कि जैसे धोखेबाजों ने प्रभु ईसा मसीह को धोखा दिया था वैसे ही एलडीएफ ने सोने के कुछ टुकड़ों के लिए केरल के लोगों को धोखा दिया है।” मोदी की टिप्पणी साफ तौर पर 2020 के चर्चित केरल स्वर्ण तस्करी मामले के संदर्भ में थी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में केरल की राजनीति में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। यह बदलाव युवाओं खासकर पहली बार वोट डालने वालों नवयुवकों और नवयुवतियों की आकांक्षाओं से प्रेरित है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार वोट डालने वाले युवा एलडीएफ और विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) दोनों से बहुत निराश हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से केरल में यूडीएफ और एलडीएफ की दोस्ताना सहमति की राजनीति चल रही है। उन्होंने कहा, “ विभिन्न तरह के नाम एक जैसा ही काम कर रहे हैं। उनका चिह्नित क्षेत्र धन कमाना है। ”
राज्य की 140 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों के लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे। मतों की गिनती 2 मई को की जायेगी।