फोर्ब्स सूची में शुमार हुए पैरा एथलीट संदीप
टॉप 30 एशियाई युवा खिलाड़ियों में जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय
अपनी खेल प्रतिभा के बूते भारत का नाम रोशन करने वाले देश के शीर्ष भाला फेंक पैरा एथलीट और एफ-44 श्रेणी में विश्व रिकार्डधारक संदीप चौधरी ने वर्ष 2020 के लिए फोर्ब्स 30 की अंडर 30 एशियाई सूची में जगह बनाई है। इस सूची में संदीप को मनोरंजन और खेल श्रेणी में स्थान मिला है। पैरा खिलाड़ी चौधरी इस श्रेणी में जगह बनाने की यह उपलब्धि हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय हैं।
23 वर्षीय संदीप फिलहाल टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों के लिए तैयारी कर रहे हैं, जिसे कोरोना वायरस महामारी के कारण एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों का आयोजन अब 2021 में होगा।
पैरालम्पिक्स में स्वर्ण पदक जीतने पर केंद्रित है ध्यान
संदीप ने अपनी इस उपलब्धि पर भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) से कहा, कि फोर्ब्स की अंडर 30 एशिया सूची में शामिल होने पर वह बेहद खुश हैं और सम्मानित महसूस कर रहे हैं। संदीप का कहना है कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि वह इस वर्ष के लिए मनोरंजन और खेल श्रेणी में चुने गए एकमात्र भारतीय हैं। संदीप के मुताबिक उन्हें अपनी मेहनत पर गर्व है कि वे अपने देश का नाम 30 सर्वश्रेष्ठ एशियाई युवा खिलाड़ियों में दर्ज करा सके। उन्होंने कहा कि पैरा एथलीट के रूप में उनकी उपलब्धियों के लिए मिल रही पहचान ने उन्हें अपने अगले लक्ष्य के लिए और बेहतर करने को प्रेरित किया है। अब उनका पूरा ध्यान टोक्यो ओलंपिक 2020 पर है। हालांकि इसके लिए फिलहाल थोड़ा इंतजार करना होगा, लेकिन उनका ध्यान अगले साल होने वाले पैरालम्पिक्स में स्वर्ण पदक जीतने पर केंद्रित है।
विश्व और एशियाई पैरा चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण पदक
संदीप चौधरी विश्व और एशियाई पैरा चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। उन्होंने इंडोनेशिया 2018 एशियाई पैरा खेलों में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद वर्ष 2019 में दुबई में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में विश्व रिकार्ड बनाते हुए पुरुष एफ- 44/64 भाला फेंक स्पर्धा में संदीप चौधरी ने स्वर्ण पदक जीता था।
प्रोस्थेटिक का उपयोग नहीं करते संदीप
पैरा एथलीट संदीप का जज्बा ही है कि वे प्रोस्थेसिस का इस्तेमाल करने संबंधी विकलांगता श्रेणी के दायरे में आने के बावजूद बगैर उसके ही खेलते हैं। दरअसल संदीप की विकलांगता एफ 42-44/61-64 श्रेणी में आती है। नियमानुसार इस श्रेणी के एथलीट प्रोस्थेसिस के साथ या उसके बिना खेल सकते हैं, लेकिन संदीप प्रोस्थेटिक का उपयोग नहीं करते।
संदीप की उपलब्धि पर गौरवांवित है भारतीय पैरालंपिक समिति
भारत के शीर्ष भाला फेंक पैरा खिलाड़ी संदीप चौधरी का नाम फोर्ब्स सूची में शुमार किए जाने से भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के पदाधिकारी भी खासे गदगद हैं। समित के उपाध्यक्ष और यूपी पैरा एसोसिएशन अध्यक्ष कविन्द्र चौधरी का कहना है कि पैरा एथलीट संदीप की यह उपलब्धि न केवल समिति के लिए ही, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए गौरव और सम्मान की बात है। श्री चौधरी मानते हैं कि संदीप के जज्बे से प्रेरित होकर अनेक पैरा खिलाड़ियों को अपनी खेल प्रतिभा प्रदर्शित करने का हौसला जुटाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पीसीआई पैरा खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को निखारने के लिए हर संभव सहयोग के लिए संकल्पबद्ध है।