केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस का नाम लिये बगैर शुक्रवार को कहा कि कई मौकों पर लोगों ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के योगदान को आलोकित करने के बजाय उन्हें भुला देने की कोशिश की।
शाह ने कहा कि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समिति गठित की है जो यह सुनिश्चित करेगी आने वाली पीढ़ियाँ अपने इस महान नेता को सम्मान देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती रहेें। उन्होंने नेशनल लाइब्रेरी कोलकाता में एक कार्यक्रम में शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश के युवाओं को नेताजी के बारे में पढ़ना जरूर चाहिए। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अपने भाषणों में कहती रही हैं कि प्रत्येक विद्यार्थी को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा लिखित ‘तरुनेर स्वप्नो’ को पढ़ना चाहिए।”
शाह ने इस मौके पर तीन अलग-अलग मार्गों से साइकिल रैली को झंडी दिखा कर रवाना किया। यह रैली भारत की आजादी के संघर्ष के अगुवा रहे लोगों के आवास पर जाकर समाप्त होगी। उन्होंने नेशनल लाइब्रेरी परिसर में एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में आजादी की लड़ाई में शामिल रहे उन बांकुरों के बारे में जानकारी दी गयी जिन्हें विभिन्न कारणों से भुला दिया गया है।