एक वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान ने अनुमान जताया है कि आगामी दो महीनों में विश्वभर में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित तीन अरब मामले होंगे।
इस बीच भारत में गुरुवार को ओमिक्रॉन मामलों की संख्या 300 के करीब हो गयी है।
अमेरिका में वाशिंगटन यूनीवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (आईएचएमई) की गुरुवार को जारी ताजा अनुसंधान के मुताबिक विश्व में तीन अरब कोविड-19 के संक्रमित होंगे जिसमें ओमिक्रॉन वैरिएंट पीड़ितों की संख्या सर्वाधिक होगी।
आईएचएमई की ओर से जारी बयान के मुताबिक आगामी दो महीनों में तीन अरब ओमिक्रॉन संक्रमित होंगे। महामारी से बीते दो साल में संक्रमितों की यह संख्या सबसे अधिक होगी। जनवरी के मध्य में संक्रमितों का आंकड़ा सबसे अधिक होगा जिसमे हर दिन 3.5 करोड़ मामले सामने आएंगे। यह डेल्टा वेरिएंट से अप्रैल में आए मामलों से तीन गुना अधिक होगा।
बयान में कहा गया है कि भविष्य में न्यूजीलैंड जैसे सख्त सीमा नियमों वाले देश और चीन समेत अन्य देशों में ओमिक्रॉन बढ़ता हुआ दिखाई देगा। पिछली लहर के मुकाबले यह तीन गुना ज्यादा होगी। अकेले अमेरिका में यह 400,000 लाख होंगे। रिपोर्ट में बताया गया कि संक्रमितों का अस्पताल में भर्ती होने का आंकड़ा डेल्टा से 90 से 96 फीसदी कम है। वहीं डेल्टा के मुकाबले मृत्यु दर भी 97 से 99 फीसदी कम है।
ओमिक्रॉन से बढ़ते मामलों को देखते हुए आईएचएमई निदेशक क्रिस्टोफर मुरे ने कहा कि कंपनियों और स्कूलों को जांच और क्वारंटीन की प्रक्रिया को दोबारा समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती और मृत्यु के अनुमानों पर ओमिक्रॉन का गहरा असर है। वहीं तीन से चार हफ्तों में आने वाला नया आंकड़ा हालात बदल सकता है।