समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को पेश आम बजट में बेरोजगारों की ओर ध्यान न देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसमें किसानों के लिए भी कुछ नहीं किया गया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट की खामियां गिनाते हुए पूछा कि इसमें प्रदर्शनकारी किसानों के लिए क्या किया गया है। उन्हाेंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमेशा कहती है कि वह किसानों की आय दोगुनी करेगी लेकिन क्या इस बजट से कृषकों की आमदनी क्या दोगुनी होगी।
यादव ने कहा कि जो युवा पढ़ाई करना चाहते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाने की ख्वाहिश रखते हैं, उनके लिए इस बजट में क्या किया गया है। क्या उनके लिए रोजगार की कोई व्यवस्था की गयी है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देश के करोड़ों गरीब लोग, किसान और मजदूर वर्ग केंद्र सरकार के लुभावने वादों और खोखले दावों से थक चुके हैं। ये लोग बहुत परेशान हैं। बेहतर यह होगा कि सरकार अपने वादों को जमीनी स्तर पर उतारे। आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने लद्दाख में केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने के प्रस्ताव को लेकर कहा कि इसे बनाते-बनाते जिंदगी गुजर जाएगी। कहने को तो इसमें बहुत कुछ है लेकिन इसमें से कितना निकलेगा, ये बाद में पता चलेगा।
आम आदमी पार्टी (आप) के ने वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट को लेकर कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के साथ धोखा किया है। आम बजट में दिल्ली को सिर्फ 325 करोड़ रुपये दिए गये हैं। दिल्ली को पिछले 17 सालों से केंद्र सरकार 325 करोड़ रुपये देती आई है। एक रूपया भी नहीं बढ़ाया गया। उन्होंने कहा,“ हमें उम्मीद थी कि कोरोना काल में रकम बढ़ाकर दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह दिल्ली वासियों के साथ धोखा है।