मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज दोपहर दो बजे तक सात घंटों के दौरान औसतन 50 प्रतिशत मतदान हाेने की खबर हैं। मुरैना जिले में इक्कादुक्का घटनाओं को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा क्षेत्र में एक दो स्थानों पर गोली चलने की सूचनाएं मिलीं और पुलिस ने तत्काल आवश्यक कदम उठाए। गोली चलने की घटना में एक व्यक्ति के घायल हुआ है, जिसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। तीन चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं पड़ोसी भिंड जिले में कुछ लोगों को ऐहतियातन नजरबंद किया गया है।
राज्य में सभी 28 सीटों पर मतदान के दौरान कोविड के बावजूद मतदाताओं ने खासा उत्साह दिखाया। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ था और दोपहर दो बजे तक 63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाताओं में से लगभग 50 प्रतिशत मतदाता मताधिकार का उपयोग कर चुके हैं। अब मतदान में चार और घंटे शेष हैं। मतदान के दौरान कोरोना से बचाव संबंधी दिशानिर्देशों का भी पालन कराया जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोपहर एक बजे तक सभी 28 क्षेत्रों में औसतन 42़ 71 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। एक घंटे बाद दो बजे यह बढ़कर लगभग 50 प्रतिशत हो गया। आगरमालवा, बुरहानपुर, मलेहरा, हाटपिपल्या, बामोरी, सांवेर, सुवासरा, ब्यावरा, सुरखी, करैरा और पोहरी विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। जबकि ग्वालियर और चंबल अंचल में अपेक्षाकृत मतदान कम हुआ है।
कुल 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर मतदान चल रहा है और कार्य कार्य शाम छह बजे संपन्न होगा। मतों की गणना 10 नवंबर को संबंधित विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय पर होगी।
उपचुनाव में कुल 355 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, जिनमें 12 मंत्री भी शामिल हैं। मतदान के लिये 13 हजार 115 बैलेट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट और 14 हजार 50 वीवीपेट जिलों में उपलब्ध कराए गए हैं।
मतदान शुरू होने से 90 मिनिट पहले उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल भी हुआ। मॉकपोल के दौरान 63 कंट्रोल यूनिट और 196 वीवीपेट खराब पाए जाने पर उन्हें बदला गया।
राज्य के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरुण कुमार तोमर ने बताया कि मतदान सात बजे शुरू होने के बाद 29 बैलेट यूनिट, 23 कंट्रोल यूनिट और 88 वीवीपेट खराब हुए, जिन्हें तत्काल बदलकर संबंधित मतदान केंद्रों पर मतदान फिर से शुरू कराया गया। मतदान के बाद ईवीएम स्ट्रॉंग रूम में लाई जायेंगी। केन्द्रीय प्रेक्षक की उपस्थिति में वीडियोग्राफी करते हुए ईवीएम मशीनों को सील किया जायेगा।
राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं।
कुल 28 सीटों में से 25 पर संबंधित विधायकों के त्यागपत्र और 03 अन्य पर विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। इन 28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का कब्जा था।
उपचुनाव में राज्य के 12 मंत्रियों और कुछ पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी है। पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट (भाजपा, सांवेर) और गोविंद सिंह राजपूत (भाजपा, सुरखी) की किस्मत आज ईवीएम में बंद हो जाएगी। इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी (सांची), लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एेदल सिंह कंसाना (सुमावली), कृषि राज्य मंत्री गिर्राज डंडोतिया (दिमनी), सहकारिता राज्य मंत्री ओपीएस भदोरिया(मेहगांव), ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर), महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी (डबरा) और लोक निर्माण विभाग राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ (पोहरी) की प्रतिष्ठा भी दाव पर है।
राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया(बामोरी), बृजेंद्र सिंह यादव (मुंगावली), बिसाहूलाल सिंह (अनूपपुर), राजवर्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर) और हरदीप सिंह डंग (सुवासरा) चुनाव मैदान में हैं। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह बौद्ध बसपा के टिकट पर भांडेर से चुनाव मैदान में हैं। वे पूर्ववर्ती दिग्विजय सिंह सरकार में गृह मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा भांडेर से इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर बसपा के पूर्व प्रदेश प्रमुख फूल सिंह बरैया भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बामोरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल भी कांटे की टक्कर में हैं। वे पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
दो सौ तीस सदस्यीय राज्य विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 107, कांग्रेस के 87, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। कुल 29 सीट रिक्त हैं, जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दमोह सीट हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह के हाल ही में विधायक पद से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुयी है। त्यागपत्र देने के बाद श्री सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं।