कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना से निपटने के लिए एकजुटता से काम करने का आह्वान करते हुए शनिवार को कहा कि सरकार को महामारी के विरुद्ध सभी राजनीतिक दलों की सहमति से राष्ट्रीय रणनीति बनानी चाहिए।
गांधी ने आज यहां जारी वीडियो संदेश में कहा कि इस महामारी से मिलकर ही निपटा जा सकता है इसलिए जहां तक जो सके एक दूसरे की हर संभव मदद की जानी चाहिए। केंद्र और राज्य सरकारों के लिए यह समय जागने एवं कर्तव्य को निभाने का है इसलिए भेदभाव किए बिना पीड़ितों की मदद की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोरोना का सबसे गंभीर असर गरीबों पर पड़ा है। देश का हर गरीब महामारी के कारण संकट में आ गया है। केंद्र और राज्य सरकार की जिम्मेदारी श्रमिकों के पलायन को रोकने और उन्हें पर्याप्त मदद पहुंचनी की है।
गांधी ने कहा ,"मेरा सरकार से आग्रह है कि वह सबसे पहले गरीबों की सोचे और उनका पलायन रोकने के लिए संघर्ष खत्म होने तक हर परिवार के खाते में कम से कम 6000 रुपए डाले। ऑक्सीजन अस्पतालों को युद्ध स्तर पर प्रदान किया जाए। सारे देशवासियों के लिए कोरोना से बचाव का इंतजाम हो ताकि लोगों को बचाया जा सके।"