कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि कोरोना के कारण देश में जो हालात पैदा हो गए हैं उसकी बुनियाद में मोदी सरकार के कुप्रबंधन है और अब स्थिति दिन प्रतिदिन नियंत्रण से बाहर हो रही है।
गांधी ने शनिवार को कोविड-19 से निपटने के प्रयासों की समीक्षा के लिए आयोजित कांग्रेस शासित राज्यों और कांग्रेस के गठबंधन वाली राज्य सरकारों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में कहा कि मोदी सरकार ने कोरोना की लड़ाई में अपने कुप्रबंधन का परिचय दिया है। सरकार ने कोविड के फैलाव की स्थिति में प्रबंधन सही नही किया। डेढ़ में टीके की कमी है लेकिन इसका निर्यात किया जा रहा है जबकि कई राज्यों से इसकी शिकायतें भी आ रही हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुख्य विपक्षी दल के रुप में कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि पार्टी इससे संबंधित मुद्दों को उठाएं और सरकार को प्रचार के हथकंडों से हटकर जनहित के मुद्दों पर काम करने के लिए मजबूर करें।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पारदर्शिता के साथ और प्रचार के हथकंडे अपनाने की बजाय साफ नियत के साथ काम करने की जरूरत है। केंद्र या राज्य सरकारों को संक्रमित लोगों और इसके कारण होने वाली मौतों को लेकर वास्तविक आंकड़े पेश करने चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,“सबसे पहले और सर्वाधिक रूप से हमें भारत में टीकाकरण अभियान पर ध्यान केन्द्रित करना होगा, उसके बाद ही टीकों के निर्यात अथवा इसे उपहार स्वरूप अन्य देशों को भेजने पर विचार करना चाहिए। हमें सभी कानूनों और कोविड संबंधी नियमों को बिना किसी अपवाद के, अनुपालन करते हुए एक जिम्मेदारी पूर्ण व्यवहार पर जोर देना चाहिए।”