राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सोमवार को 28 दिनों बाद दिल्ली मेट्रो की सभी लाइनों पर सेवाओं की शुरुआत हो गई और इस दौरान 50 प्रतिशत यात्रियों ने ही मेट्रो में सवारी की।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद पिछले महीने दिल्ली सरकार ने मेट्रो सेवाओं को बंद कर दिया था और अब राजधानी में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आने के बाद आज से मेट्रो की शुरुआत हुई और यात्रियों को एक सीट छोड़कर अन्य सीट पर बैठने की अनुमति थी। यात्रियों को खड़े होकर सफर करने की मनाही थी। मेट्रो के अति व्यस्त समय में लगभग 15 स्टेशनों को रूक-रूक कर बंद कर दिया गया।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने आज रात जारी एक विज्ञप्ति में बताया कि मेट्रो रेल में कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखने के लिए 9 फ्लाइंग दस्तों को तैनात किया गया था, जो लोगों को कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए समझा रहे थे। रात 8 बजे तक इन दस्तों ने खड़े होकर यात्रा करने वाले 84 यात्रियों को कोच से उतर जाने की सलाह दी और मास्क नहीं पहनने वाले 73 यात्रियों पर जुर्माना लगाया तथा 106 को सामाजिक दूरी का पालन करने तथा मास्क पहनने की सलाह दी। रात 9 बजे तक साढ़े चार लाख यात्रियों ने मेट्रो में सफर किया और लगभग 4 हजार स्मार्ट कार्ड यात्रियों ने खरीदे।