भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को हटाकर आदेश गुप्ता को कमान सौंपी गई है। बता दें कि मनोज तिवारी को नवंबर 2016 में भाजपा की दिल्ली प्रदेश ईकाई का अध्यक्ष बनाया गया था। बतौर अध्यक्ष मनोज तिवारी का कार्यकाल जल्दी ही समाप्त होने वाला था। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि मूलत: बेतिया निवासी मनोज तिवारी को बिहार चुनाव से पहले वहां बड़ी भूमिका सौंपी जा सकती है। राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं पर यकीन करें तों बिहार के चुनावी समीकरणों को साधने के चलते ही एकाएक यह फैसला लिया गया है।
फैसले को लेकर निकाले-समझे जा रहे हैं कई मायने
मनोज तिवारी के स्थान पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर आदेश गुप्ता को दिल्ली भाजपा की कमान सौंपे जाने के फैसले को लेकर कई मायने निकाले-समझे जा रहे हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो पार्टी नेतृत्व मनोज तिवारी को जल्द ही दूसरा बड़ा जिम्मा दे सकता है। क्योंकि तिवारी दिल्ली में पूर्वांचली चेहरा होने के साथ पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं।
दिल्ली नगर निगम की चुनावी रणनीति के तहत किया बदलाव
दरअसल लगभग दो वर्ष बाद दिल्ली में नगर निगम चुनाव होना है। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान ने संगठन में यह बदलाव व्यापारी वर्ग को पार्टी संग जोड़े रखने की रणनीति के तहत किया है और आदेश गुप्ता को प्रदेशाध्यक्ष बनाया है।
आदेश गुप्ता ने एबीवीपी के बैनर तले सीखा है राजनीति का ककहरा
दिल्ली भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने राजनीति का ककहरा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बैनर तले सीखा है। एबीवीपी) से जुड़कर छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले आदेश गुप्ता भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) व भाजपा में कई पदों पर रह चुके हैं।
महज तीन साल पहले ही की थी चुनावी राजनीति की शुरुआत
खास बात यह है कि उन्होंने चुनावी राजनीति की शुरुआत महज तीन साल पहले वर्ष 2017 में वेस्ट पटेल नगर सीट से नगर निगम चुनाव मैदान में उतर कर की थी। पार्षद निर्वाचित होने के बाद वर्ष 2018 में आदेश गुप्ता उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर बनाए गए थे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद से ही लग रहे थे कयास
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाने के चलते मनोज तिवारी की अध्यक्षी को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे, तभी से दिल्ली अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए कई नेता लॉबिंग में जुटे थे।