भारतीय नौसेना, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ चार दिन के मालाबार अभ्यास में हिस्सा ले रही है।
इस वर्ष मालाबार अभ्यास की मेजबानी अमेरिकी नौसेना कर रही है और यह आज से शुरू होकर 29 अगस्त तक पश्चिमी प्रशांत महासागर में होगा।मालाबार अभ्यास की शुरुआत 1992 में अमेरिका और भारतीय नौसेना के बीच हुई थी। वर्ष 2015 में जापान भी इसमें स्थाई सदस्य के रूप में शामिल हुआ और वर्ष 2020 में ऑस्ट्रेलियाई नौसेना को भी इसका हिस्सा बनाया गया। मालाबार अभ्यास के इस वर्ष 25 साल पूरे हो रहे हैं इसलिए इसे काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस शिवालिक और आईएनएस कदम तथा टोही विमान पी 8आई इस अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं। भारतीय दल का नेतृत्व पूर्वी नौसैनिक बेड़े के प्रमुख रीयर एडमिरल तरुण सोबती कर रहे हैं। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के प्रमुख युद्धपोत भी अभ्यास में शामिल होंगे।
इस अभ्यास के दौरान तीनों नौसेनाएं सतह, हवा और पनडुब्बी से किए जाने वाले हमलों से निपटने के गुर सीखेंगी। इस अभ्यास का उद्देश्य चारों नौसेनाओं के बीच सामंजस्य और अनुभव का आदान-प्रदान करना है। यह अभ्यास खुले, मुक्त और समावेशी हिंद महासागर के प्रति चारों देशों के साझा विजन का भी उदाहरण है। अभ्यास के दौरान को-विड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाएगा।