उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया में भारतीय शिक्षकों की मांग सबसे अधिक है, इसे और प्रभावी बनाने के लिए शिक्षकों को दूसरे देशों की भाषा की ट्रेनिंग देकर उनकी योग्यता को और बढ़ाया जा सकता है। इस संस्था द्वारा शुरुआत से ही शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए फोकस किया जा रहा है।
श्री योगी आज यहां दिग्विजयनाथ एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय के सभागार में ‘भारतीय संस्कृति के सांस्कृतिक मूल्य: महन्त अवेद्यनाथ’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संस्थान अपने कार्यक्रम और अपनी गतिविधियों के माध्यम से अपनी छवि को इस रूप में प्रस्तुत करें, जो दूसरों के लिए प्रेरणादायी बन सके। हमें ऐसे कार्यों को आगे बढ़ाना चाहिए। भारत में सबसे अधिक युवा उत्तर प्रदेश में निवास करते हैं। इन युवाओं को जब भी मंच मिला, इन्होंने अपनी प्रतिभा और ऊर्जा का लोहा मनवाया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महाविद्यालय के पुस्तकालय एवं वाचनालय का लोकार्पण किया। उन्होंने विद्यालय परिसर में आँवले का पौधा रोपित किया। उन्होंने महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका ‘अभ्युत्थान’ के प्रथम अंक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलपति प्रो0 के एन सिंह एवं पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के पूर्व कुलपति प्रो0 यू पी सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने विचारों को प्रस्तुत किया। विद्यालय की प्राचार्या प्रो0 सुमित्रा सिंह ने आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षकगण सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।