पिछले कई दिनों से राजनितिक गठजोड़ का केंद्र बने महाराष्ट्र में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है. राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर राज्य के राज्यपाल बीएस कोशियारी ने केंद्र को 13 पन्नों की एक चिट्टी लिखी है. इस चिट्टी में उन्होने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की वजहों का विस्तार से वर्णन किया है. राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर कोशियारी ने लिखा है कि जब वहां बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी अपना बहुमत साबित नही कर पाई तो कॉग्रेस को बहुमत साबित करने के लिए बुलाने का कोई मतलब नही था क्योकि इस पार्टी के पास मात्र 44 सीटें थी. 44 सीटों के आधार पर कोई पार्टी बिना खरीद फरोख्त के अपना बहुमत साबित नही कर सकती थी. परिणाम आने के 17 दिनों के बाद भी जब कोई पार्टी सरकार नही बना पाई तो प्रदेश को राजनीतिक अस्थिता से बचाने के लिए राष्ट्रपति शासन लागना जरूरी हो गया था.