सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा है कि कोरोना के दौर में सरकार ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने पर विशेष ध्यान दिया है। भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पं. दीनदयाल उपाध्याय का भी ‘अंत्योदय’ के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना था।
मुरुगन ने दिवंगत उपाध्याय की 105वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) का दौरा किया। उन्होंने कहा कि सशक्त और प्रगतिशील राष्ट्र के निर्माण के लिए उपाध्याय ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। सेवा और समर्पण का उनका मंत्र आज भी हमें प्रेरणा देता है। उनके विचार और दर्शन भारत की आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग उपाध्याय को एक राजनीतिक चिंतक के रूप में जानते हैं, लेकिन वह देश में असंख्य पत्रकारों एवं संपादकों के मार्गदर्शक थे और स्वयं भी 12 से अधिक पुस्तकों के लेखक थे।
इस अवसर पर मुरुगन ने आईआईएमसी के डीन प्रो. प्रमोद कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘दीनदयाल उपाध्याय -वर्ल्ड ऑफ लिटरेचर’ का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने आईआईएमसी द्वारा प्रकाशित पत्रिका ‘राजभाषा विमर्श’ एवं ‘आईआईएमसी न्यूज’ के नए अंक का विमोचन भी किया गया। इस कार्यक्रम में आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी भी मौजूद थे।