गाजियाबाद। पार्क में सैर करने पर जीडीए द्वारा शुल्क लगाए जाने के विरोध में क्षेत्रवासियों ने मंगलवार सुबह जनशक्ति एक आवाज संगठन के बैनर तले एकजुट होकर प्रदर्शन किया।
कभी शहर के विकास और शहरवासियों की रिहाईश के लिए मकान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बनाए गए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण पर भी अब बाजारी रंग चढ़ गया है और उसके अफसर मुनाफाखोरी का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते। हाल ही में ऐसे दो मामले सामने आए हैं। प्राधिकरण ने पहले नेहरू स्टेडियम में प्रवेश पर शुल्क लगा दिया और अब ताजा मामला है संजय नगर में विकसित किए गए शिल्प उद्यान का, जहां घूमने जाने पर आपको जेब ढीली करनी पड़ेगी। दरअसल जीडीए ने शिल्प उद्यान में जाने वालों के लिए 10 रुपए प्रति व्यक्ति, रोजाना की दर से शुल्क निर्धारित कर दिया है। हालांकि पार्क में रोज घूमने आने वालों को राहत देने के लिहाज से मासिक शुल्क 50 प्रतिशत कम रखा गया है, यानी मासिक पास की फीस 300 रुपए के बजाए 150 रुपए नियत की गई है। इस मामले में प्राधिकरण के उद्यान निरीक्षक गोविंद सिंह का कहना है कि प्रात: 5 से 7 बजे तक पार्क में घूमने आने वालों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा। श्री सिंह ने बताया कि प्रात: सात बजे के बाद शिल्प उद्यान की सैर करने वालों के लिए प्रतिदिन 10 रुपए और मासिक 150 रुपए फीस तय की गई है। उनके मुताबिक सैर करने वालों से वसूले गए शुल्क को शिल्प उद्यान के सौंदर्याकरण पर खर्च किया जाता है। गौरतलब है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने राजनगर क्षेत्र की आवासीय कॉलोनी संजय नगर में 5 एकड़ क्षेत्रफल में शिल्प उद्यान विकसित कर रखा है। इस पार्क में विभिन्न सजावटी कलाकृतियां, वाकिंग ट्रैक, गार्डन हट बनाने के साथ ही बैठने के लिए बैंच आदि लगाई गई हैं।
उधर, प्राधिकरण के इस फैसले को लेकर क्षेत्रवासियों में बेहद रोष है और उन्होंने इसे जीडीए की मनमानी करार देते हुए इसके विरोध में व्यापक जनांदोलन छोड़ने की चेतावनी दी है।