फ्रांस और जर्मनी ने परमाणु संपन्न विश्व के दो सबसे बड़े देश अमेरिका और रूस के बीच परमाणु शक्तियों के शस्त्रागार को सीमित करने को लेकर जल्द ही एक नयी संधि होने की उम्मीद जताई है।
फ्रांसीसी अखबार ले मोंडे के अनुसार फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन और जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने संयुक्त बयान जारी कर कहा, “हम उम्मीद जताते है कि मौजूदा परमाणु संधि के अगले वर्ष फरवरी में खत्म होने के बाद अमेरिका और रूस एक नयी परमाणु संधि की शुरुआत करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि रूस और अमेरिका के बीच पांच फरवरी वर्ष 2011 से परमाणु संधि हुई थी जिसकी अवधि अगले वर्ष फरवरी में समाप्त हो जायेगी। अगर यह संधि विस्तारित नहीं होती है तो दोनों परमाणु महाशक्ति देशों के बीच परमाणु शक्तियों के शस्त्रागार को सीमित करने को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।