जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को आज लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया गया ।
यादव ने मंगलवार को खुद सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि उन्हें गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाना ले जाया गया है । उन्होंने आगे ट्वीट में कहा, "कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं। पीएम साहब, सीएम साहब, दे दो फांसी, या भेज दो जेल झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं। लोगों को बचाऊंगा। बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा ।"
इस बीच पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि पप्पू यादव लगातार बिना पास के घूम रहे थे, जबकि उन्हें हिदायत दी गई थी कि वे बिना किसी ठोस वजह के घर से बाहर ना निकलें। मंगलवार को सूचना मिली कि वह कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए पीएमसीएच के कोविड वार्ड में पहुंच गए हैं। इसके बाद पुलिस के पास फोन आया कि उनकी वजह से मरीजों को इलाज से परेशानी हो रही है। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उनकी अभी गिरफ्तारी नहीं की गई है। कानूनी प्रक्रिया चल रही है।
उधर यादव को हिरासत में लिए जाने पर राज्य की नीतीश सरकार में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नाराजगी जताई है । उन्होंने ट्वीट कर कहा," कोई जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके एवज में उसे गिरफ्तार किया जाए ऐसी घटना मानवता के लिए खतरनाक है। ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जांच हो तब ही कोई कारवाई होनी चाहिए नहीं तो जन आक्रोश होना लाज़मी है। "