सीने में जलन आंखों में
तूफान सा क्यों हैं
इस शहर में हर कोई परेशान
सा क्यों हैं
उर्दू के मशहूर शायर शहरयार
की गजल के ये अलफाज इस वक्त दिल्ली की जो आबोंहवा है. उसपर एकदम सठीक बैठते है. इस
वक्त दिल्ली–एनसीआर की हवाओं में प्रदूषण
का असर ऐसा है कि लोग सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना कर रहे है. दिल्ली की इस
जहरीली हवा से बचने के लिए लोग मास्क पहनने पर मजबूर है. दिल्ली की हवा किस हद तक
प्रदूषित हो चुकी है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में एक्यूआई
(AQI) इस वक्त
600 से भी ऊपर निकल गया है. दिल्ली में फैले इस वायू प्रदूषण से बच्चो को बचाने के
लिए दिल्ली सरकार ने 5 नवम्बर तक दिल्ली के सभी स्कूलों को बन्द रखने का ऐलान
कर दिया है.
इस वक्त दिल्ली में आसमान
पर धुन्द की चादर दिखाई दे रही है. ये धुन्ध सर्दियों के मौसम में आने वाले फॉग की
तरह दिखाई दे रहा है. लेकिन ये फॉग नही स्मांग है जो वायू प्रदूषण के कारण आसमान में
इकट्टा हो गया है. दिल्ली में सांस लेने वाले लोग हवा के साथ साथ इस स्मॉग को भी
अपने शरीर के अन्दर ले रहे है. ये धुओं सिगरेट पीने के दौरान शरीर के अन्दर जाने
वाले धुये से भी खतरनाक है. इस धुऐ में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा काफी ज्यादा
है जो शरीर को बीमार, बहुत बीमार बनाने के लिए
काफी है.
दिल्ली में फैले इस स्मॉग
को देखते हुए ईपीसीए ने दिल्ली में 4 नम्बर तक हेल्थ इंमरजेन्सी की धोषणा कर दी है. इस धोषणा के बाद
अब दिल्ली सरकार 4 नवम्बर तक कोई निर्माण कार्य नही कर सकती. मौसम वैज्ञानिके की
माने तो आने वाले 6 से 7 दिनों तक दिल्ली वासियों को इस धुये से कोई राहत नही मिलने
वाली है.