उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक किसान ने देश के लोगों के प्रति प्रेम और समर्पण की मिसाल पेश करते हुए 223 क्विंटल गेहूं की पूरी फसल प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी।
किसान ने पूरी फसल मंडी सचिव को सौंप दी है ताकि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के दौरान इस फसल से सैकड़ों जरूरतमंदों का पेट भर सके।
शाहजहांपुर के निगोही क्षेत्र में तैनात लेखपाल गुरु प्रकाश चौधरी ने मंलवार को यहां बताया कि गुजरात में बड़ौदा के निवासी धर्मेंद्र सिंह लाठर ने गुलरिया चकझाऊ गांव में 12 एकड़ जमीन खरीदी थी। खेती में गेहूं की उनकी पहली फसल पैदा हुई जिसे उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया। सोमवार को किसान के भाई सुरेंद्र गेहूं लेकर मंडी पहुंचे और 223 क्विंटल गेहूं मंडी सचिव को सौंप दिया। लेखपालों की निगरानी में गेहूं का वजन किया गया और मंडी में गेहूं प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए रखवा दिया गया।
किसान का कहना है कि पैसा तो सभी लोग दान कर रहे हैं लेकिन दान किए गए इस गेहूं से इलाके के सैकड़ों लोगों का पेट भर सकेगा।
अपनी फसल दान करने वाले किसान लॉकडाउन के कारण गुजरात से आ नहीं सके लेकिन उन्होंने अपने भाई की मदद से अपनी पहली फसल प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी। कोरोना से लड़ने के लिए ऐसे ही जज्बातों की जरूरत है। हर कोई किसान के इस कदम की सराहना कर रहा है।