वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने आज कहा कि पिछले वर्ष पूर्वी लद्दाख में हुए घटनाक्रम के दौरान वायुसेना ने जो फुर्ती दिखाई उससे किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने की हमारी तैयारियों का पता चलता है और किसी भी बाहरी ताकत को सीमाओं का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने शुक्रवार को यहां वायुसेना के 89 वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित परेड की सलामी लेने के बाद वायु सेनाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि वह वायुसेना को स्पष्ट दिशा, अच्छा नेतृत्व और श्रेष्ठ संसाधन मुहैया कराने के भरसक प्रयास करेंगे। एयर चीफ मार्शल ने गत 30 सितम्बर को ही वायुसेना की बागडोर संभाली है।
क्षेत्र में निरंतर बदलती सुरक्षा परिस्थितियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “ जब मैं आज के सुरक्षा परिदृश्य पर नजर डालता हूं तो मुझे स्पष्ट रूप से पता है कि मैंने बेहद महत्वपूर्ण समय में वायुसेना की कमान संभाली है। हमें राष्ट्र को यह दिखाना है कि बाहरी ताकतों को हमारी सीमाओं का उल्लंधन करने की अनुमति नहीं है। ”
चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में बने सैन्य गतिरोध का जिक्र करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पिछला वर्ष काफी चुनौतीपूर्ण रहा है लेकिन वहां के घटनाक्रम के दौरान वायुसेना ने जिस फुर्ती का परिचय दिया वह वायुसेना की आकस्मिक स्थितियों से निपटने की तैयारियों की पुष्टि करता है। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र और उससे आगे सुरक्षा की स्थिति भू राजनैतिक घटनाक्रम से प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि रणक्षेत्रों के बदलने से अब सैन्य अभियानों में भी बड़ा बदलाव आया है और हमें उसी के अनुरूप क्षमता और कौशल को बढाना होगा।