उत्तर प्रदेश के नॉएडा में सेक्टर 62 में स्तिथ एक्सपो सेंटर में उधम समागम का आयोजन हुआ. इस समागम में दिल्ली एनसीआर में स्थित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े उद्यमियों ने हिस्सा लिया. उत्तर प्रदेश का गारमेंट उद्योग का एक्सपोर्ट फिलहाल 11 हज़ार करोड़ से ज्यादा का है. इसीलिए इस प्रदेश में लघु उद्योग को प्रोत्साहित करके उत्तर प्रदेश में लघु उद्योगों को सुधारा जा सकता है.
इस समागम का उदेश्य नए उद्यमियों को अपने बिज़नेस की नयी शुरुआत के लिए प्रोत्साहित करना है, साथ ही उच्चीकृत इकाइयां अपनाने वाले उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है. इस प्रदर्शनी में उद्यमीयों को होने वाली कई तरह की समस्याओं के समाधान के बारे में जानकारी भी दी गयी. इस प्रदर्शनी में डिजिटल प्रिंटिंग, विभिन प्रकार के टेक्सटाइल उत्पाद, उद्यमों में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी, विभिन्न प्रकार के गारमेंट, दर्जी बढ़ई और कुम्हार आदि से जुड़े परम्परागत उद्योगों से जुड़े स्टाल और विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प से जुड़े स्टाल शामिल किये गए. इसके अलावा आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा भविष्य में उद्यमियों के काम आसान करने वाली कई इनोवेटिव तकनीकों से जुडी प्रदर्शनी शामिल की गई.
लघु उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए विभिन्न फाइनेंस संस्था और सिंडिकेट बैंक ने भी अपने स्टाल इस प्रदर्शनी में लगाए हुए थे जिनका काम उद्यमियों को बैंकिंग लोन से जुडी जानकारिया देना था.
इस प्रदर्शनी के मुख्य अतिथि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन से जुड़े माननीय राज्यमंत्री चौधरी उदय भान सिंह थे. उनके साथ केबिनेट मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद थे. राज्य मंत्री चौधरी उदय भान सिंह इस कार्यक्रम का उदघाटन करने के बाद विभिन्न स्टाल्स पर जाकर लघु उद्योगों से जुड़े उद्यमियों से मुलाक़ात करके उनके प्रोडक्ट की जानकारी हासिल की. इस समागम के मुख्य आयोजक गौतमबुधनगर उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, निदेशक विजय कुमार और जिलाधिकारी बी.एन. सिंह थे.