प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को द्रमुक एवं कांग्रेस पर जमकर बरसते हुए कहा कि ये दोनों दल तमिलनाडु में सुशासन नहीं दे सकते और अपनी जेबें भरने के लिए सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं।
मोदी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव इस बार भारतीय इतिहास के निर्णायक स्तर पर हो रहे हैं और यहां एक नयी सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश की जनता ने कड़ा संदेश दिया है कि वे विकासोन्मुखी सुशासन चाहते हैं। उन्होंने जोर दिया कि देश सत्ता की राजनीति की दो भिन्न शैली पहला विपक्ष का भ्रष्टाचार मुक्त कुशासन और दूसरा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) का विकासपरक सुशासन देख रहा है।
उन्होंने कहा कि द्रमुक जब भी सत्ता में आती है तो उसके पार्टी कार्यकर्ता हर जिले में असामाजिक तत्वों सरीखा व्यवहार करते हैं और लोगों को प्रताड़ित करते हैं। उन्होंने कहा, “ पूरा तमिलनाडु जानता है कि दिवंगत मुख्यमंत्री अम्मा जयललिता जी से द्रमुक कैसा व्यवहार करती थी। इससे महिलाओं के प्रति उनके रवैये का पता चलता है। अफसोस की बात है कि जयललिता जी को परेशान करने वाले नेता द्रमुक और कांग्रेस की ओर से पुरस्कृत किये जाते रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ द्रमुक ने ऑल तमिलनाडु पार्टी कहलाने का अधिकार खो दिया है। वैसे भी उसे पूर्ण बहुमत 25 साल पहले मिला था और अब ऐसी स्थिति नहीं है।” उन्होंने आरोप लगाया कि द्रमुक और कांग्रेस दोनों विरोधाभाषों से ग्रसित हैं तथा दोनों ही पार्टियों ने सत्ता में अपने परिवार को आगे लाने का प्रयास किया , लेकिन वे असफल रहे।
उन्होंने कहा कि राजग क्षेत्रीय आकांक्षाओं और राष्ट्रीय प्रगति की पक्षधर है तथा आज शुरू किये गये विकास परियोजनाएं इसी परिप्रेक्ष्य में है।