हिमाचल के सिस्सू में देश का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम बनाने की तैयारी
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के सिस्सू में देश के सबसे ऊंचे क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए पहली बाधा पार कर ली गई है। स्टेडियम के लिए स्थानीय पंचायत और राजस्व विभाग ने 38 बीघा जमीन की निशानदेही के बाद फाइल वन विभाग को भेज दी है। वन विभाग अब प्रदेश सरकार से आशयपत्र मिलने के इंतजार में है। देश का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है।
अभी सोलन के चायल में है देश का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम
अभी हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित चायल में देश का सबसे ऊंचा क्रिकेट स्टेडियम है जो 7500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। चायल स्थित इस क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण वर्ष 1891 में पटियाला के महाराजा भूपेंद्र सिंह ने कराया था।
अटल सुरंग के उत्तरी छोर के निकट है सिस्सू में प्रस्तावित स्टेडियम
कुल्लू जिले में रोहतांग स्थित अटल सुरंग के उत्तरी छोर से महज आठ किमी दूर लाहौल-स्पीति क्षेत्र में सिस्सू झील के निकट 11000 हजार फीट की ऊंचाई पर प्रस्तावित यह क्रिकेट स्टेडियम देश में सबसे ऊंचा होगा। अतर्राष्ट्रीय स्तर के इस क्रिकेट स्टेडियम की क्षमता 10 हजार दर्शकों की होगी।
सात वर्ष पूर्व शुरू हुई थी सिस्सू में स्टेडियम निर्माण की कवायद
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुरेद्र ठाकुर ने बताया कि सिस्सू में स्टेडियम निर्माण की कवायद सात वर्ष पूर्व शुरू हुई थी। सुरेद्र ठाकुर का कहना है कि देश के इस सबसे ऊंचे स्टेडियम के निर्माण पर खर्च होने वाली धनराशि जन सहयोग के जरिए जुटाई जाएगी यानी यह चंदे के पैसे से तैयार होगा।
लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ को सिस्सू झील के निकट दी गई है 38 बीघा जमीन
जिला खेल अधिकारी एवं केलांग के एसडीएम राजेश भंडारी ने मीडिया को बताया कि सिस्सू झील के निकट क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के लिए 38 बीघा जमीन लाहौल-स्पीति जिला क्रिकेट संघ के लिए दी गई है। यह स्टेडियम राज्य के कैबिनेट मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा की प्राथमिकताओं में एक है। मंत्री के अनुसार सरकार से स्टेडियम के निर्माण के लिए जल्द आशयपत्र जारी करा कर भूमि अधिग्रहण की फाइल वन विभाग को भेज दीजाएगी। जिसके बाद वन विभाग संबंधित आवश्यक प्रक्रिया पूरी करेगा।
सिस्सू में यूरोपीय देशों की तर्ज पर खेला जा सकता है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट
उल्लेखनीय है कि बारिश और प्रचंड गर्मी के कारण अप्रैल से सितम्बर तक देश में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का आयोजन नहीं हो पाता। इस दौरान लाहौल घाटी में तापमान 20 से 25 डिग्री रहता है और बारिश न के बराबर होती है। ऐसे में सिस्सू में यूरोपीय देशों की तर्ज पर क्रिकेट खेला जा सकता है।