बिहार मे स्थानीय निकाय कोटे से विधान परिषद की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच आज सहमति होने के साथ ही लंबे समय से जारी खींचतान का अंत हो गया है।
सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने पहुंचे भाजपा के बिहार मामलों के प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के बीच इस मुद्दे को लेकर लगभग एक घंटे तक विचार किया गया, जिसके बाद दोनों दलों की ओर से परिषद चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर सहमति बनी। इस दौरान दोनों दलों के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
जदयू पिछले कई दिनों से विधान परिषद चुनाव के सीट बंटवारे में 50-50 फार्मूले को अपनाने की बात कर रही है जबकि भाजपा 13-11 के अनुपात में सीट बंटवारे की बात करती रही है। लेकिन, अब बताया जा रहा है कि दोनों दलों के बीच आधे-आधे सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। हालांकि दोनों दलों की तरफ से इसको लेकर अभी तक अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि यह भी लगभग तय हो गया है कि भाजपा मंत्री मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को एक भी सीट नहीं देने जा रही है। वहीं, जदयू अपने कोटे से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के नेतृत्व वाले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को सीट देती है या नहीं इसका फैसला जदयू नेतृत्व को करना है। संभवत जदयू अपने कोटे की एक सीट से केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) को देगा।
इस बीच भाजपा की ओर से आधिकारिक रूप से जदयू और भाजपा के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन की सूचना दी गई है। इस संवाददाता सम्मेलन को बिहार भाजपा के प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय चौधरी, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा संबोधित करेंगे।