झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ताओं ने कोविड-19 वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण का काम प्रभावित होने पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से तत्काल इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
पार्टी प्रवक्ताओं ने यहां बुधवार को कोविड-19 वैक्सीन की कमी के कारण बंद हो रहे कई टीकाकरण केंद्रों पर भी चिंता जताते हुए कहा कि लोगों को ऑक्सीजन, बेड वेंटिलेंटर, दवा तक मुहैय्या कराने में नाकाम रही केंद्र की भाजपा सरकार लोगों की मदद कर रही कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश रच रही है। इसी कड़ी में एक फर्जी टूल किट लेकर आयी है। लेकिन पार्टी को बदनाम करने और साजिश करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि केंद्र सरकार ध्यान भटकाओ, झूठ फैलाओ और शोर मचाकर तथ्य छुपाओं की नीति पर चल रही है। आज झारखंड ही नहीं पूरे देशभर में वैक्सीनेशन की गति में धीमी आयी है, वहीं निरंतर कोरोना संक्रमित मिल रहे है और मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। लेकिन केंद्र सरकार झारखंड समेत देशभर में पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रही है, जिससे कोरोना के तीसरे लहर की आशंका बढ़ती जा रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार अपने वायदे के मुताबिक 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए तत्काल पर्याप्त संख्या में वैक्सीन का डोज उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि यदि टीकाकरण की यही गति रही, तो देशभर में सभी को-वैक्सीन देने में पांच वर्ष का समय लग जाएगा।
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि को-वैक्सीन की कमी के कारण हजारीबाग, जमशेदपुर, रांची, धनबाद और बोकारो समेत कई जिलों में विभिन्न टीकाकरण केंद्रों को अभी बंद कर दिया जा रहा है। अधिकांश जिलों में वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या पहले से कम कर दी गयी है, यह चिंता का विषय है। कोई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना के तीसरे वेब के आने की भी आशंका जतायी है और इससे निपटने में वैक्सीनेशन ही सशक्त माध्यम था, लेकिन केंद्र सरकार के उदासीन रवैये के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है।
प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि वैक्सीनेशन की रफतार आज इतनी धीमी हो गयी है, जो रफ्तार प्रतिदिन अप्रैल के माध्यम में उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी है, वहीं अब 15 मई को यह आंकड़ा गिरकर फिर निचले स्तर पर आ पहुंचा है।