उत्तर प्रदेश में माफिया तत्वों के खिलाफ जारी अभियान के तहत शनिवार को मऊ जिला प्रशासन ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी कोयला माफिया एवं त्रिदेव कंट्रक्शन के मालिक उमेश सिंह का भीटी में 10 करोड़ रूपये की लागत से बना चार मंजिला मकान पोकलेन से ध्वस्त करा दिया। प्रशासन के इस कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप मच हुआ है।
सीओ सिटी धनजंय सिंह ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश के क्रम में अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया जा रहा है। मऊ नगर के कोतवाली क्षेत्र के भीटी में त्रिदेव कंट्रक्शन का चार मंजिला शापिंग काम्प्लेक्स बना था। उसमें एक मेगा मार्ट काफी दिनों से किराए पर चल रही थी। पूर्व में मऊ के जिलाधिकारी रहे ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने उक्त भवन को सील करते हुए शापिंग माल को भी सील कर दिया। कई महीनों तक सील रहने के बाद शापिंग माल के मालिक ने प्रशासन से अनुरोध कर माल को खोलने की इजाजत मांगी थी जिससे उनका नुकसान न हो और वह अन्यत्र कहीं अपना मेगा स्टोर स्थापित कर सके।
प्रशासन से आदेश मिलने के कुछ दिन बाद उक्त मेगा स्टोर के मालिक ने अपना सामान वहां से निकालकर अपना मेगा स्टोर बिहार में स्थापित कर लिया। शनिवार को मऊ जिला प्रशासन की टीम भारी फोर्स के साथ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के सहयोगी एवं मन्ना सिंह हत्याकांड में अभियुक्त उमेश सिंह के त्रिदेव काम्प्लेक्स को गिराने पंहुची। प्रशासन ने वाराणसी-गोरखपुर मुख्य मार्ग को सहरोज मोड़ से लेकर नरईं बांध मोड़ व बलिया मोड़ तक रास्ते को रोक दिया। वहां से गाड़ियों को दूसरे रास्ते से मोड़ दिया गया। ढहाया जाने वाला भवन मुख्य भवन मार्ग होने की वजह से रास्ते को बैरेकेटिंग कर दिया गया, जिससे की कोई जनहानि न हो।
क्षेत्राधिकारी ने बताया कि भवन संख्या 987 भीटी जो उमेश सिंह के तीन लड़को अजय सिंह, विजय सिंह व विनय सिंह के नाम से है, जिसे आरबी एक्ट की धारा 10 के अंतर्गत भवन को अवैध करार देते हुए जिलाधिकारी के आदेश पर ध्वस्त कराया जा रहा है। संपत्ति की कीमत लगभग 10 करोड़ की आंकी जा रही है।
इस मौके पर एडीएम के.हरि सिंह, सीओ सिटी धनंजय मिश्रा, ईओ नगर पालिका दिनेश कुमार, नगर मजिस्ट्रेट, शहर कोतवाल डी.के. श्रीवास्तव, सरायलखंसी थानाध्यक्ष राम सिंह, हलधरपुर थानाध्यक्ष निहार नंदन सिंह, कानुनगो, लेखपाल सहित नगर पालिका कर्मचारी और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।