अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करने वाले अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है और अगले साल उनकी पार्टी के सत्ता में आते ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
यादव ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को भारी क्षति पहुंचाई है। भाजपा ने पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीतने के लिए पूरे प्रदेश में नंगानाच और खुली गुंडागर्दी की है। जिला प्रशासन और पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम किया। उन्होने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि लोकतंत्र की हत्या में शामिल अधिकारियों की लिस्ट तैयार की जा रही है, समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही उन पर कार्यवाही होगी। समाजवादी पार्टी इस अत्याचार को भूलेगी नहीं।
यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग को जो भी काम करना था वह काम नहीं किया। चुनाव पर उसका नियंत्रण नहीं रहा। उन्होंने कहा अपने को अनुशासित पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा के लोग इतने नीचे स्तर पर उतर आए कि महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने में भी लोकलाज नहीं रही। उन्होंने महिलाओं की इज्जत को तार-तार करने का पाप किया है। पूर्व स्पीकर माता प्रसाद पाण्डेय को अपमानित किया गया। सरकार बताए कि हर जगह गुण्डई की इतनी आजादी किसने दे रखी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में इतने अन्याय की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भाजपा ने नोटबंदी करके काला धन के जरिए अर्थव्यवस्था को चैपट कर दिया है। भाजपा ने देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उसके द्वारा दिखाये जाने वाले झूठे सपनों पर अब कोई भरोसा नहीं करेगा। यादव ने कहा कि इन चुनावों में भाजपा ने डी.एम.-एस.पी. का उपयोग अपने राजनीतिक स्वार्थ साधन में किया है। भाजपा का नकाब उतर चुका है। समाजवादी पार्टी के समर्थकों का हर प्रकार से उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है।
उन्होने कहा कि किसान, नौजवान, व्यापारी, गरीब सभी तो भाजपा को हराना चाहते हैं। भाजपा का विकास से कोई मतलब नहीं है। समाजवादी पार्टी ही विकास के लिए प्रतिबद्ध है, भाजपा नफरत का एजेण्डा चलाती है। यह स्पष्ट हो चुका है, प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी के साथ है और 2022 में भाजपा को उखाड़ने के लिए जनता संकल्पित है।