देश और दुनिया के लोगों को कोरोना वायरस के कठिन दौर में एक खुबसूरत नजारा देखने को मिलेगा बुधवार से लेकर 28 मई तक प्रतिदिन सूर्योदय से दो घंटे पहले आसमान में ‘टूटते तारे’ के दृश्य देखे जा सकते हैं।
टूटते तारे का दृश्य तब दिखाई देता है जब क्षुद्रग्रह के धूल के कण पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते हैं। इस दौरान यह दृश्य किसी तारे के टूटने जैसा होता है इसलिए इसे आम भाषा में ‘टूटता तारा’ भी कहते हैं।
यह दृश्य हर वर्ष दिखाई देखता है जिसे ‘एटा एक्वारिड्स’ भी कहते हैं। यह दृश्य बुधवार को पूर्णिमा से दिखाई देना शुरू होगा और 28 मई तक आसमान में इसे तरह के नजारे समय-समय पर दिखाई देते रहेंगे।
प्लैनेटरी सोसाइटी ऑफ इंडिया(पीएसआई) के निदेशक एन श्री रघुनंदन कुमार ने यूनीवार्ता से कहा “यह दृश्य 28 मई तक सक्रिय रहेगा और लोग सूर्योदय से पहले इस नजारे को देख सकते हैं।”