केन्द्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ( यूएफबीयू) की ओर से आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन आज देश भर में बैंकों का कामकाज प्रभावित रहा।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संगठन केे महासचिव सी एच वेंकटचलम ने यूनीवार्ता को बताया कि नौ बैंक यूनियनों के संगठन यूएफबीयू की ओर आहूत इस दो दिवसीय हड़ताल में करीब 10 लाख कर्मचारी, अधिकारी और प्रबंधक शामिल हुए। उन्होंने बताया कि यूएफबीयू के पदाधिकारी हड़ताल के बाद बैठक करेंगे जिसमें अगली रणनीति और कार्रवाई पर चर्चा की जायेगी।
वेंकटचलम ने कहा कि हड़ताल पूरी तरह सफल रही और इस दौरान सामान्य बैंकिंग सेवायें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। विभिन्न राज्यों की यूनियनों से मिली आज रिपोर्ट के अनुसार हड़ताल सफल रही है।
वेंकटचलम में बताया कि बड़ी संख्या में बैंक शाखायें बंद रहीं और उनके शटर नीचे रहे। कुछ ऐसी शाखायें जो स्केल चतुर्थ और स्केल पंचम के मुख्य प्रबंधक और सहायक महाप्रबंधक के नेतृत्व में संचालित होती हैं, वही खुली रहीं। ये अधिकारी हड़ताल के दायरे में नहीं आते। इन शाखाओं में भी हालांकि लेन-देन नहीं हो सका क्योंकि वहां कार्य अन्य कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे।