छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल से इस्पात उद्योगों को छत्तीसगढ़ में उत्पादित ऑक्सीजन की 20 प्रतिशत मात्रा के उपयोग की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध किया है।
बघेल ने सोमवार को गोयल को भेेजे पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ की विभिन्न इकाईयों की कुल दैनिक ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता 462 टन है। सामान्य परिस्थितियों में राज्य की इस्पात निर्माता कम्पनियों को ऑक्सीजन निर्माताओं द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर केंद्र ने देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु उत्पादित ऑक्सीजन के औद्योगिक उपयोग पर रोक लगा दी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। दूसरी ओर ऑक्सीजन उत्पादक इकाईयों को ऑक्सीजन की मांग के अभाव में क्षति हो रही और राज्य की सभी स्टील निर्माता इकाईयां बंद पड़ी है, जिसके कारण लाखों मजदूर बेरोजगार हो गये है। इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए अनुरोध है कि राज्य की स्टील निर्माता इकाईयों को राज्य में उत्पादित 20 प्रतिशत मात्रा (92 टन) के उपयोग की अनुमति की अपेक्षा है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी समय अतिरिक्त मेडिकल ऑक्सीजन की मांग यदि उत्पन्न भी होती है, तो स्टील निर्माता इकाईयों को ऑक्सीजन की आपूर्ति रोकी जा सकती है।
इससे पहले बघेल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ ली गई वीडियो कांफ्रेंसिंग में कोरोना की स्थिति में सुधार तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता को दृष्टिगत रखते हुए स्टील उद्योगों को 20 फीसदी ऑक्सीजन के उपयोग की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध किया गया था। प्रधानमंत्री ने इस पर विचार का आश्वासन दिया था।