स्टील और सीमेंट उद्योग में कार्टलाइज़ेशन व अनुचित तरीके से दामों में की जा रही वृद्धि के ख़िलाफ़ कंस्ट्रक्शन व बिल्डिंग उद्योग का प्रतिनिधित्व करनेवाली संस्था बिल्डर्स एसोसिएश ऑफ़ इंडिया (बीएआई) ने एक दिवसीय देशव्यापी धरने और प्रदर्शन का आयोजन किया जिसमें इस उद्योग से जुड़े व निर्भर सभी हितधारकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य अनैतिक चलन की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना था। इस प्रदर्शन में कंस्ट्रक्शन उद्योग से जुड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनियों, बिल्डरों, कॉन्ट्रैक्टरों ने हिस्सा लिया। सभी ने स्टील व सीमेंट उद्योग पर लगाम लगाने के लिए एक नियामक प्राधिकरण के गठन की मांग भी की ताकि सामान्य लोगों को दामों में ग़ैर-जरूरी वृद्धि का दंश झेलना न पड़े।
बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष मोहन ने कहा कि बीएआई लगातार विभिन्न मंचों पर स्टील व सीमेंट उद्योग द्वारा अपनाई जा रही, कार्टलाइज़ेशन की कुप्रथा के खिलाफ अपनी आवाज उठाता रहा है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर बीएआई क़ानूनी लड़ाई भी लड़ता रहा है और सरकार से जुड़ी तमाम संस्थाओं से भी इसकी शिकायत करता रहा है। बीएआई ने इस पर लगाम लगाने के लिए एक नियामक प्राधिकरण के गठन की भी मांग की है ताकि इस अनैतिक प्रथा पर रोक लगे जिससे सामान्य लोगों को दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है और देश के विकास में बाधा उत्पन्न हो रही है।
मोहन ने कहा, “ हम सभी स्टील व सीमेंट की बढ़ी हुई कीमतों का दंश झेल रहे हैं। ऐसे में इस विरोध प्रदर्शन में सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कंस्ट्रक्शन व इससे जुड़ी अन्य गतिविधियों की लागत में किसी भी तरह की वृद्धि नहीं होने के बावजूद भी सीमेंट की क़ीमतों में असामान्य तरीके से हो रही वृद्धि को लेकर हम बार-बार सरकार से उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते रहे हैं। सीमेंट निर्माता कंपनियों के ऐसे अनैतिक व्यवहार से उत्पन्न हुई समस्या का दीर्घकालिक हल निकाला जाना जरूरी है।”