आम आदमी पार्टी
(आप) को महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में लोगों ने नोटा से भी कम पसंद
किया. दोनों राज्यों में पार्टी ने 70 सीटों पर प्रत्याशी उतारे. आप ने हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में से 46 पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जबकि महाराष्ट्र में 24 सीटों पर उसने उम्मीदवार खड़े किए थे. चुनाव
आयोग के अनुसार अरविंद केजरीवाल की पार्टी के उम्मीदवार अपनी सीटों पर 1,000 वोट भी हासिल नहीं कर सके हैं और उनकी जमानत
जब्त होना तय है.
चुनाव आयोग के
अनुसार हरियाणा में आप को 0.48
फीसदी वोट हासिल
हुए जबकि नोटा (इनमें से कोई नहीं) का वोट प्रतिशत 0.53 रहा. महाराष्ट्र में आप को 0.11 फीसदी वोट हासिल हुए जबकि नोटा को 1.37 फीसदी लोगों ने पसंद किया. आप ने अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा
में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ गठबंधन किया था लेकिन जबरदस्त हार के बाद
इस बार विधानसभा चुनाव मैदान में पार्टी अकेली ही उतरी.