रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोरोना महामारी से निपटने में रक्षा मंत्रालय और तीनों सेनाओं द्वारा किये जा रहे प्रयासों की आज यहां समीक्षा की और कहा कि स्थिति से निपटने में नागरिक प्रशासन की हर संभव मदद की जा रही है।
सिंह ने वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से आयोजित बैठक में स्थिति की समीक्षा के बाद सिलसिलेवार ट्वीट में कहा , “ मंत्रालय और सशस्त्र सेनाएं नागरिक प्रशासन की हर संभव मदद कर रही हैं। ” उन्होंने कहा कि राजधानी में डीआरडीओ द्वारा संचालित सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड अस्पताल में आज शाम तक 250 बिस्तरों की सुविधा और की जायेगी जिससे कुल बिस्तरों की संख्या 500 हो जायेगी। गुजरात में भी 1000 बिस्तरों वाला अस्पताल चालू हो गया है।
इसके अलावा लखनऊ में भी कोविड केन्द्र बनाने का काम तेजी से चल रहा है और अगले पांच- छह दिनों में यह काम करना शुरू कर देगा। इस अस्पताल का संचालन सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा उत्तर प्रदेश सरकार के तालमेल से करेगी।
रक्षा क्षेत्र के सभी सार्वजनिक उपक्रमों और आयुध कारखानों से स्थानीय लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने को कहा गया है। रक्षा मंत्रालय और तीनों सेनााएं विभिन्न पहलों और कदमों की प्रगति पर निरंतर नजर बनाये हुए है। इस बीच राजधानी में डीआरडीओ द्वारा चलाये जा रहे अस्पताल के लिए सशस्त्र सेनाओं ने विशेषज्ञ डॉक्टरों तथा अर्द्ध चिकित्सकों का एक दल भेजा है जिसमें 164 डॉक्टर और 214 पैरा मेडिकल स्टाफ है।
रक्षा मंत्री ने ऑक्सीजन कंटेनरों और अन्य उपकरणों को देश के विभिन्न हिस्सों में ले जाने के लिए वायु सेना के अभियान की सराहना की । बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और रक्षा सचिव अजय कुमार , डीआरडीओ अध्यक्ष डा.जी.सतीश रेड्डी तथा अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।